चिकित्सकों के संगठन का जोनल सम्मेलन में डॉ कृष्ण मुरारी बने अध्यक्ष
चिकित्सकों के संगठन आईएमए से जुड़े जोनल संगठन जिमाकॉम का सम्मेलन को लेकर रविवार की रात नगर क्षेत्र के निजी सभागार में समारोह का आयोजन हुआ। इस सम्मेलन में बरबीघा के चिकित्सक एवं जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कृष्ण मुरारी सिंह को जोनल अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। जबकि खगड़िया के चिकित्सक डॉ शैलेंद्र कुमार को सचिव नियुक्त किया गया।
जासं, शेखपुरा:
चिकित्सकों के संगठन आईएमए से जुड़े जोनल संगठन जिमाकॉम का सम्मेलन को लेकर रविवार की रात नगर क्षेत्र के निजी सभागार में समारोह का आयोजन हुआ। इस सम्मेलन में बरबीघा के चिकित्सक एवं जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कृष्ण मुरारी सिंह को जोनल अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। जबकि खगड़िया के चिकित्सक डॉ शैलेंद्र कुमार को सचिव नियुक्त किया गया।। मौके पर एक सेमिनार का भी आयोजन किया गया जिसमें मानसिक स्वास्थ्य एवं हेपेटाइटिस बी पर जानकारी दी गई। मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ सौरभ कुमार के द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि हर चार व्यक्ति में एक व्यक्ति तनाव में जी रहा है और इसके वजह से वह अवसाद में चला जाता है। वैसे व्यक्तियों के लिए काउंसलिग महत्वपूर्ण होता है। साथ ही साथ अनुभवी चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। इसी अवसर पर हेपेटाइटिस बी विशेषज्ञ डॉ दीपक कुमार ने भी बताया कि हेपिटाइटिस बी को काफी आसान से नहीं लेना चाहिए और चिकित्सक बीमारी ठीक हो जाने के बाद भी एक साल तक लगातार मरीज को अपने निगरानी में रखे। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस बी एक खतरनाक बीमारी है परंतु जागरूकता की कमी से इसकी पहचान पहले नहीं हो पाती जिससे यह क्रॉनिक हो जाता है। इस अवसर पर आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सहजानंद को भी सम्मानित किया गया। साथ ही उन्होंने सभी डॉक्टरों से निवेदन करते हुए चिकित्सकीय कार्य को मानवीय ढंग से करने की अपील की मौके पर पूर्व सिविल सर्जन डॉ मृगेंद्र सिंह ने कहा कि डॉक्टरों के लिए सेवा भाव आवश्यक है। निजी डॉक्टर टीवी के मरीज को सरकारी अस्पताल में भेजना सुनिश्चित करें और प्रधानमंत्री के द्वारा जारी निर्देश को मानते हुए अपने निजी क्लीनिक पर उसका इलाज नहीं करें। वर्तमान सिविल सर्जन डॉ वीर कुंवर सिंह ने भी समारोह को संबोधित करते हुए डॉक्टरों से सेवा भाव से काम करने की अपील की। समारोह में डॉ अजय कुमार, डॉ सुजीत कुमार, डॉ प्रेमलता सिंह, डॉ मुनेश्वर सिंह सहित छह जिलों के चिकित्सक शामिल हुए।