होम आइसोलेशन में कोरोना पॉजिटिव के साथ रहने को विवश है दलित परिवार
शेखपुरा जिले के अरियरी प्रखंड का गोहदा गांव कोरोना पॉजिटिव का हॉट स्पॉट गांव है। इस गांव को कंटेनमेंट जोन तो बना दिया गया परंतु नियमानुसार कोई सुविधा और सावधानी नहीं बरती गई है। गांव में 410 लोगों की जांच हुई थी जिसमें 49 लोग कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए। 4000 की आबादी वाला बड़ा गांव गोहदा कोविड-19 बीमारी से दहशत में है।
शेखपुरा जिले के अरियरी प्रखंड का गोहदा गांव कोरोना पॉजिटिव का हॉट स्पॉट गांव है। इस गांव को कंटेनमेंट जोन तो बना दिया गया परंतु नियमानुसार कोई सुविधा और सावधानी नहीं बरती गई है। गांव में 410 लोगों की जांच हुई थी जिसमें 49 लोग कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए। 4000 की आबादी वाला बड़ा गांव गोहदा कोविड-19 बीमारी से दहशत में है। खासकर दलित परिवार के लोगों को होम आइसोलेशन में रख दिया गया है। एक कमरे के घर में ये लोग सभी परिवार मिलजुल कर रह रहे हैं। शौचालय की सुविधा नहीं होने की वजह से बाहर निकलने में इन लोगों को परेशानी हो रही है। वैसे में भाकपा माले का एक शिष्टमंडल बीडीओ से मिलकर इनको विशेष आइसोलेशन सेंटर में रखने की मांग की है। इस दल का नेतृत्व जिला सचिव विजय कुमार विजय कर रहे थे। जिसमें संजय चौधरी, उमेश महतो इत्यादि शामिल थे। कमलेश कुमार कहते हैं कि पॉजिटिव लोगों के साथ दलित परिवार मिलकर रहने को मजबूर है। वैसे में सभी के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। गांव में अन्य समुदाय के लोग भी संक्रमित हैं। यहां जांच की मांग की जा रही है। साथ ही साथ गांव में सैनिटाइजेशन का काम भी नहीं कराया गया है। वैसे में सभी की जांच कर अलग आइसोलेशन सेंटर बनाकर रखने की मांग की गई है। बता दें कि जिले का गोहदा के बाद गगौर गांव भी तीन दर्जन पॉजिटिव के साथ अत्यधिक प्रभावित गांव है। वही बुधवार को भी बरबीघा के सर्वा में 27 पॉजिटिव मिले है।