बच्चों के साइबर क्राइम और शराब कारोबार से जुड़ना चिंतानक
शेखपुरा। जिला समाहरणालय के मंथन सभागार में बाल संरक्षण के लिए त्रिवर्षीय कार्ययोजना का दो दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन शुक्रवार को साइबर क्राइम बाल मजदूरी बाल यौन हिसा बाल विवाह की रोकथाम पर बल दिया गया।
शेखपुरा। जिला समाहरणालय के मंथन सभागार में बाल संरक्षण के लिए त्रिवर्षीय कार्ययोजना का दो दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन शुक्रवार को साइबर क्राइम, बाल मजदूरी, बाल यौन हिसा, बाल विवाह की रोकथाम पर बल दिया गया। इस मौके पर जिला बाल संरक्षण इकाई एवं सुरक्षित स्थान, किशोर न्याय परिषद और श्रम विभाग के कर्मियों द्वारा जिले में बाल संरक्षण के लिए कई तरह के सुझाव दिए गए।
इस संबंध में जिला बाल संरक्षण इकाई के सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि शेखोपुरसराय के इलाके में कम उम्र के बच्चे साइबर क्राइम की ओर अग्रसर हो रहे हैं। शेखपुरा , कोरमा, बरबीघा थाना क्षेत्र में बच्चे काफी संख्या में शराब निर्माण एवं बिक्री में लगे हैं जिसके रोकथाम के लिए कार्य योजना बनाने पर सुझाव दिया गया। इसी तरह यौन हिसा के शिकार बच्चों के पुनर्वास पर भी चर्चा की गई। इसी क्रम में शेखपुरा तथा बरबीघा थाना का भी यूनिसेफ की प्रतिनिधि गार्गी साहा, शाहिद जावेद, आरक्षी उपाधीक्षक ए के द्विवेदी ,डीसीपीयू सामाजिक सहयोगी श्रीनिवास एवं एलपीओ चंदन कुमार के द्वारा भ्रमण कर चाइल्ड फ्रेंडली कक्ष के लिए स्थल चिन्हित किया गया।