मानदेय भुगतान नहीं होने पर स्वच्छाग्रहियों ने प्रदर्शन किया
शेखपुरा : बकाया मानदेय के भुगतान के लिए जिला भर के स्वच्छाग्रहियों ने गुरुवार को विकास भवन पर प्रदर्
शेखपुरा : बकाया मानदेय के भुगतान के लिए जिला भर के स्वच्छाग्रहियों ने गुरुवार को विकास भवन पर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में जिला के सभी प्रखंडों से आए पुरुष तथा महिला स्वच्छाग्रहियों ने हिस्सा लिया। बाद में इन लोगों ने डीडीसी को अपना लिखित ज्ञापन दिया। इन स्वच्छाग्रहियों ने बताया कि वे कई महीनों से काम कर रहे हैं, मगर उनके मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है। बताया गया कि मानदेय की राशि ब्लाकों में पड़ी हुई है, मगर मानदेय भुगतान में बीडीओ रुचि नहीं ले रहे हैं। विभिन्न पंचायतों से जुटे स्वच्छाग्रहियों ने बताया कि उन्हें बीडीओ से सम्मान के बजाय दुत्कार मिलता है। स्वच्छाग्रहियों ने बताया कि बकाया मानदेय के लिए कई बार बीडीओ से लेकर डीडीसी तक लिखित गुहार लगाई गई है, मगर कहीं से कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। डीडीसी को दिये लिखित ज्ञापन में स्वच्छाग्रहियों का बकाया मानदेय का भुगतान करने, जियो टैग की प्रोत्साहन राशि देने, हटाये गए स्वच्छाग्रहियों को काम पर वापस लेने, कचरा प्रबंध तथा गोबर योजना से स्वच्छाग्रहियों को जोड़ने एवं ज्यादा उम्र के स्वच्छाग्रहियों के स्थान पर उनके परिवार वालों का चयन करने की मांग की गई है।
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कौन हैं ये स्वच्छाग्रही
स्वच्छता अभियान तथा खुले में शौच की प्रथा से मुक्ति के लिए ग्रामीण इलाकों में स्वच्छाग्रहियों का चयन किया गया है। हर पंचायत में चार-पांच की संख्या में ऐसे स्वच्छाग्राही का चयन किया गया है। ये कार्यकर्ता गांवों में सुबह-शाम खुले में शौच जाने वाले लोगों को इससे मना करते हैं और लोगों को घरों में बने शौचालय का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करते हैं। सरकारी प्रोत्सहन से लोगों को शौचालय निर्माण में भी ये कार्यकर्ता सहयोग प्रदान करते हैं। इन कार्यकर्ताओं को कुछ समय के लिया रखा गया है। यहां बताना जरुरी है कि शेखपुरा जिला 31 जुलाई को ही खुले में शौच से मुक्त जिला घोषित किया जा चुका है। ऐसे में इन ग्रामीण कार्यकताओं की जिम्मेवारी बढ़ जाती है।