शेखपुरा में हड़ताली आशा दीदियों ने दिखाया रौद्र रूप, ट्रेन रोकी और बंद कराया अस्पताल
शेखपुरा : लगभग के महीने से हड़ताल पर डटी जिला की आशा दीदियों ने गुरुवार को सड़क पर उतरकर रौद्र रूप दिख
शेखपुरा : लगभग के महीने से हड़ताल पर डटी जिला की आशा दीदियों ने गुरुवार को सड़क पर उतरकर रौद्र रूप दिखाया। अपनी मांगों को लेकर एक महीने से आंदोलन कर रहीं दीदियों ने गुरुवार को शेखपुरा में रेलवे ट्रैक से लेकर सड़क तक पर अपने गुस्से का इजहार किया। इसी क्रम में आशा दीदियों ने पहले तो शेखपुरा स्टेशन पर ट्रेन को रोके रखा। बाद में सदर अस्पताल पहुंचकर वहां समूची व्यवस्था पर अपना कब्•ा जमाकर इलाज व अन्य सेवाओं को ठप कर दिया। सुबह में शेखपुरा स्टेशन पर ट्रेन रोक रही आशा दीदियों को रेलवे ट्रैक से हटाने में जीआरपी एवं आरपीएफ को काफी मशक्कत करनी पड़ी। स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ के सख्त पहरे को धता बताते हुए आशा दीदियों ने क्यूल से नवादा जा रही अप गया-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन को शेखपुरा में काफी देर तक रोके रखा। सरकारी कर्मी का दर्जा पाने सही अपनी 12 सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए आशा दीदियां गुरुवार की सुबह झंडा-बैनर के साथ स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर जम गईं। बाद में आशा दीदियां स्टेशन से मार्च करते हुए सदर अस्पताल पहुंच गई और अस्पताल की समूची व्यवस्था को अघोषित रूप से बंधक बना लिया। आंदोलित आशा दीदियों ने सदर अस्पताल में ओपीडी के साथ इमरजेंसी इलाज को भी जबरन बंद करा दिया। रजिस्ट्रेशन काउंटर तथा दवा वितरण काउंटर के साथ विभिन्न जांच केंद्रों को भी बंद करा दिया। आशा दीदियों के इस आक्रोश को देख वहां तैनात डाक्टर व अन्य कर्मी अस्पताल छोड़ बाहर निकल गए। आशा दीदियों ने दोपहर बाद तक सदर अस्पताल पर अघोषित कब्•ा जमाये रखा। गुरुवार के इस आंदोलन में संगीता कुमारी, प्रेमलता कुमारी, कंचन कुमारी, रीना कुमारी, अनीता कुमारी, शकुंतला देवी, निर्मला ¨सहा, अर्पण कुमारी आदि ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।