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प्रवासियों की संख्या बढ़ने से कम पड़ रहे इंतजाम

जिला में प्रवासियों को रखने के लिए जिला प्रशासन के इंतजाम अब कम पड़ने लगे है। सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन प्रवासी मजदूर पहुंचे रहे हैं। इनके ठहरने की व्यवस्था करने में प्रशासन के पसीने छूट रहे हैँ।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 May 2020 09:36 PM (IST)Updated: Sat, 16 May 2020 06:09 AM (IST)
प्रवासियों की संख्या बढ़ने से कम पड़ रहे इंतजाम

जागरण संवाददाता, शेखपुरा:

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जिला में प्रवासियों को रखने के लिए जिला प्रशासन के इंतजाम अब कम पड़ने लगे हैं। जिला के प्रखंड मुख्यालयों में खोले गये स्मार्ट क्वारंटीन सेंटर फूल हो चुके हैं। रोज सैकड़े की संख्या में प्रवासी जिला पहुंच रहे हैं। इसमें कई सरकारी व्यवस्था के तहत लाये जा रहे हैं तो भारी संख्या में लोग अपने इंतजाम से भी पहुंच रहे हैं। प्रवासियों की इस बढ़ती भीड़ तथा कम पड़ते इंतजाम को देखते हुए प्रशासन अब पंचायतों के बंद किये गये क्वारंटीन सेंटरों को फिर से शुरू करने की तैयारी में जुट गया है। जानकारी देते हुए जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया शुरू में पंचायतों में सेंटर खोलकर प्रवासियों को रखा जा रहा था। बाद में उसे बंद करके प्रखंडों में स्मार्ट सेंटर चालू किया गया। मगर अब इनके बेड फूल हो रहे हैं। शुक्रवार तक जिला में 21 क्वारंटीन सेंटर चलाये जा रहे हैं। इसमें लगभग ढ़ाई हजार प्रवासी रह रहे हैं।

आज से प्रवासियों की घर विदाई

जागरण संवाददाता, शेखपुरा:

क्वारंटीन सेंटरों पर रह रहे प्रवासियों की विदाई आज से शुरू होगी। जाने से पहले सभी की अंतिम मेडिकल जांच की जायेगी। जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया क्वारंटीन सेंटरों पर जिन प्रवासियों का 14 दिन पूरा हो गया है और जिनका स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक है उन्हें अब घर भेजा जायेगा। कई प्रवासियों की 14 दिनों का क्वारंटीन शनिवार को पूरी हो रही है। ऐसे प्रवासियों की स्वास्थ्य जांच करके उन्हें र्सिटफिकेट देकर घर विदा किया जायेगा। क्वारंटीन सेंटर से घर जाने वालों प्रवासियों को एक हजार रुपया भी अलग से दिया जायेगा। यह रुपया प्रवासी के बैंक अकाउंट में दिया जायेगा। गगौर गांव में भी पॉजिटिव युवक मिलने पर घेराबंदी नहीं

संसु, घाटकुसुंभा: प्रखंड के गगौर गांव में बुधवार की शाम पॉजिटिव युवक पाए जाने के बाद जहां प्रशासन के द्वारा गांव के घेरा बंदी सहित अनेक सावधानियों की बात कही गई वहीं गांव में शुक्रवार की शाम तक कोई घेराबंदी नहीं की गई। ना ही आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया गया। प्रखंड मुख्यालय आने जाने का मुख्य मार्ग होने की वजह से बेरोकटोक लोग गांव होकर आ जा रहे हैं। वहीं अंचलाधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि क्वारन्टाईन सेंटर के जिस कमरे में युवक रहता था उसके पांच साथियों सहित नौ लोगों को सेंटर पर ले जाकर आइसोलेशन में रखा गया है और उसकी जांच कराई जाएगी। वहीं गांव वालों में नाकेबंदी नहीं किए जाने और गांव का सैनिटाइजेशन नहीं होने से भी गांव में नाराजगी देखी जा रही है


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