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शिवहर में कुरीतियों काे भगाने के लिए अनूठा तरीका, टार्च की रोशनी में जागरूकता अभियान

बाल विवाह और बालश्रम पर रोक के लिए स्वयंसेवी संगठन सवेरा की ओर से की जारी पहल। 16 अक्टूबर की शाम गांव-गांव में टार्च लाइट और मोबाइल की रोशनी के अलावा मोमबत्ती जलाकर समाज को जागरूक किया जाएगा। बालश्रम और बाल विवाह की कुरीतियों पर किया जाएगा प्रहार।

By Neeraj KumarEdited By: Ajit kumarPublished: Thu, 06 Oct 2022 02:33 PM (IST)Updated: Thu, 06 Oct 2022 02:33 PM (IST)
शिवहर में कुरीतियों काे भगाने के लिए अनूठा तरीका, टार्च की रोशनी में जागरूकता अभियान
कार्यक्रम की सफलता को आयोजित बैठक में शामिल लोग। फोटो: जागरण

शिवहर, जासं। शिवहर में टार्च की रोशनी से बाल विवाह और बालश्रम जैसी कुरीतियों के खिलाफ प्रहार किया जाएगा। इसके तहत स्वयंसेवी संगठन सवेरा की बोर से बालश्रम और बाल विवाह के खिलाफ मेगा अभियान चलाया जाएगा। इसमें बाल संरक्षण इकाई, स्वयंसेवी संगठन 'बचपन बचाओ आंदोलन' व कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के अलावा आमजन भी शामिल होंगे। स्वयंसेवी संगठन 'सवेरा' द्वारा इसके लिए 16 अक्टूबर की शाम टार्च, लाइट और मोबाइल की रोशनी के अलावा मोमबत्ती जलाकर समाज को जागरूक किया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।

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घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी

इस अभियान में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कराने का भी प्रयास किया जा रहा है। प्रत्येक गांव में 10-10 महिला टीम लीडर की तैनाती की गई है। एक महीने तक महिलाएं घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी। स्वयंसेवी संगठन सवेरा के मोहन कुमार ने बताया कि बालश्रम और बाल विवाह की रोकथाम के लिए 16 अक्टूबर की शाम रोशनी के माध्यम से समाज को जागरूक किया जाएगा। इसका उद्देश्य जिले के प्रत्येक वार्ड में शाम के अंधेरे में टॉर्च ,कैंंडल, मोबाइल का लाइट या किसी भी माध्यम से प्रकाश जलाकर समाज को बाल विवाह के रोकथाम के लिए एक संदेश देना हैं। बताया कि बाल विवाह और बालश्रम जैसी सामाजिक कुरीतियों के खात्मे के लिए सामाजिक जागरूकता भी जरूरी है।

बाल विवाह और बालश्रम के खिलाफ अभियान जारी

शिवहर में बालश्रम, बाल विवाह और मानव व्यापार की कुरीतियों के खिलाफ लगातार अभियान जारी है। जिला प्रशासन, जिलास्तरीय बाल संरक्षण समिति, प्रखंड और अनुमंडल स्तरीय बाल संरक्षण समिति, पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति, चाइल्डलाइन, श्रम विभाग, स्वयंसेवी संगठन सवेरा, 'बचपन बचाओ आंदोलन' कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन और गांव विकास मंच आदि द्वारा लगातार जन जागरूकता अभियान अभियान चलाए जा रहे है। इसके अलावा बाल विवाह और मानव व्यापार विरोधी समिति भी काम कर रही है। एक साल में दर्जनभर बच्चों को मुक्त कराया गया है। प्रशासन द्वारा इन बच्चों को सरकार प्रायोजित योजनाओं का लाभ दिलाकर शिक्षा से जोड़ा गया है।

16 अक्टूबर को मेगा जागरूकता अभियान

एसडीओ के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम ने एक साल के भीतर दो बाल विवाह रुकवाए है। जिले में बालश्रम और बाल विवाह पर रोक लगी है। बावजूद इसके अब भी बालश्रम का दाग बरकरार है। ऐसे में समाज को जागरूक और जागृत करने के लिए जिले में बालश्रम और बाल विवाह पर रोक के लिए काम कर रही सवेरा स्वयंसेवी संगठन ने 16 अक्टूबर को मेगा जागरूकता अभियान के तहत रोशनी के माध्यम से कुरीतियों पर प्रहार की तैयारी की है। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंन फाउंडेशन के विधिक सलाहकार अधिवक्ता देशबंधु शर्मा बताते है कि सामूहिक प्रयास की बदौलत जिले में बाल विवाह और बालश्रम पर रोक लगी है। बावजूद इसके अभी और अधिक बदलाव की दरकरार है। 


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