Bihar: शिवहर में सरकारी स्कूल के छत का प्लास्टर बच्चों पर गिरा, एक छात्रा का सिर फटा; दूसरे की हालत गंभीर
Accident in Sheohar School बताया जा रहा है कि स्कूल में शनिवार की सुबह क्लास में शिक्षक पढ़ा रहे थे तभी प्लास्टर बच्चों पर गिर गया। जिसमें दो बच्चे घायल हो गए। शिक्षक बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंचे। दोनों की काफी चोटें आई हैं।
शिवहर, जागरण संवाददाता। जिले के तरियानी थाना क्षेत्र अंतर्गत विशंभरपुर वार्ड तीन स्थित प्राथमिक विद्यालय के छत का प्लास्टर गिर गया। इस हादसे में दो बच्चे जख्मी हो गए।
जानकारी के अनुसार, स्कूल का छत गिरने से दस साल की रूपा कुमारी का सिर फट गया है और उसे चोटें आई है। जबकि 11 साल के सुजीत कुमार को गंभीर चोट लगी है। घटना के बाद मुखिया पति मनोज कुमार सिंह दोनों को इलाज के लिए तरियानी पीएचसी ले गए, जहां से दोनों को एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया।
घटना के बाद मुखिया पति मनोज कुमार सिंह दोनों को इलाज के लिए तरियानी पीएचसी ले गए, जहां से दोनों को एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया। मुखिया पति दोनों बच्चों को अपने निजी वाहन से लेकर इलाज के लिए मुजफ्फरपुर रवाना हो गए।
जांच टीम गठित
इधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ. ओमप्रकाश ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम गठित की हैं। साथ ही जांच रिपोर्ट मांगी है। उधर, बीडीओ भगवान कुमार झा ने स्कूल पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया है। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। लोग निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं।
कक्षा चलने के दौरान प्लास्टर गिरा
जानकारी के अनुसार प्राथमिक विद्यालय विशंभरपुर वार्ड तीन स्थित प्राथमिक विद्यालय में शनिवार की सुबह तेज आवाज के साथ छत गिरने से अफरातफरी मच गई। वहां बैठे दूसरी कक्षा के दर्जनभर बच्चें और शिक्षक बाल-बाल बच गए। हालांकि, इसकी जद में आने से रूपा और सुजीत जख्मी हो गए।
घटना के बाद बच्चे कमरे से निकल कर भागने लगे। स्कूल के प्रधानाध्यापक सुजीत कुमार समेत शिक्षकों के सहयोग से बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया।
डीईओ बोले-दोषियों पर होगी
डीईओ डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि मामला गंभीर है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है। मामले की जांच बाद हर हाल में दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
पांच महीने पहले कराया गया था मरम्मत
प्राथमिक विद्यालय विशंभरपुर की अपनी भूमि और भवन नहीं है। इसे उत्क्रमित हाईस्कूल से टैग किया गया है। हाईस्कूल के कमरों में ही प्राथमिक विद्यालय का संचालन हो रहा है।
बता दें कि जिस कमरे में प्राथमिक विद्यालय का संचालन हो रहा है, उसका पांच महीने पहले ही 15वीं वित्त आयोग की राशि से मरम्मत और रंग-रोगन कराया गया था। पंचायत के तत्कालीन पंचायत सचिव अविनाश कुमार पांडेय ने बतौर अभिकर्ता काम कराया था।