बदलेगी शिक्षा व्यवस्था की तस्वीर, पाठयक्रम में भी बदलाव
शिवहर। देश-परदेस की तरह जिले की शिक्षा व्यवस्था की तस्वीर भी बदलेगी और पाठ्यक्रम में भी बदलाव होगा। शिक्षा की व्यवस्था और परीक्षाओं का भी नए सिरे से आयोजन होगा।
शिवहर। देश-परदेस की तरह जिले की शिक्षा व्यवस्था की तस्वीर भी बदलेगी और पाठ्यक्रम में भी बदलाव होगा। शिक्षा की व्यवस्था और परीक्षाओं का भी नए सिरे से आयोजन होगा। इसके लिए देशभर में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू किया जा रहा है। शुक्रवार को समाहरणालय स्थित संवाद कक्ष में गुराष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विषयक जिलास्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। डीएम समेत अधिकारियों ने इसका उदघाटन किया। इस अवसर पर डीएम सज्जन राजशेखर ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा की। साथ ही इसके अनुपालन का भी निर्देश दिया। कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत पांच बिदू पर काम करना है। इनमें सबतक पहुंच, भागीदारी, गुणवत्ता, किफायती व जवाबदेही शामिल है। कहा कि नई शिक्षा नीति का लक्ष्य सतत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व व्यवसायिक शिक्षा है। यह व्यवस्था देश की शिक्षा व्यवस्था को उंचाई प्रदान करेगा। इसके लिए हमें पूरी शिद्दत व जिम्मेदारी से काम करना होगा। कार्यशाला में बताया गया कि नई शिक्षा नहति के तहत वर्ष 2030 तक सतत नामांकन का लक्ष्य है। कहा कि अब शिक्षा के ढांचे में भी बदलाव होगा। यह व्यवस्था चार स्तरों पर होगी। पहली व्यवस्था प्रीपरेटरी स्टेज की होगी। इस स्टेज में आंगनबाड़ी केंद्र व पहली तथा दूसरी कक्षा के एक से पांच आयुवर्ग के बच्चे शामिल होंगे।
प्रीपरेटरी स्टेज में कक्षा तीन, चार व पांच के बच्चे शामिल होंगे। मिडिल स्टेज में कक्षा छह से आठ तक व सेकेंडरी स्टेज में कक्षा नौ से 12 तक के बच्चे शामिल होंगे। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत नौवी कक्षा से ही विषय चुनने की आजादी होगी। मौके पर एडीएम शंभु कुमार, शंभु शरण,एसडीसी सुनील दत्त झा, ऋतू रानी, डीपीआरओ कुमार विवेकानंद, एसडीओ मो. इश्तियाक अली अंसारी, एएसडीओ विनित कुमार, एसएसए सह एमडीएम के डीपीओ नासिर हुसैन, डीपीओ योजना एवं लेखा दिनेश पासवान, नरेंद्र सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, राम बालक शाही के अलावा जिले के सभी माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, सभी प्रखंड साधन सेवी व सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मौजूद रहे।