तिगुनी हो गई एनएच निर्माण की राशि, काम आधा भी नहीं
शिवहर। पूर्वी चंपारण के चकिया से मधुबनी के जयनगर तक बननेवाला एनएच-104 मियादों में ही आगे बढ़ रहा है। 243 किमी लंबी इस
शिवहर। पूर्वी चंपारण के चकिया से मधुबनी के जयनगर तक बननेवाला एनएच-104 मियादों में ही आगे बढ़ रहा है। 243 किमी लंबी इस परियोजना का काम पांच साल में पूरा करना था, लेकिन 12 साल में तकरीबन 100 किमी तक निर्माण ही हुआ है। वह भी आधा-अधूरा वर्ष 2009 में शुरू हुई इस योजना की राशि 600 करोड़ से बढ़कर करीब दो हजार करोड़ हो गई है। कभी निर्माण एजेंसी भाग जाती है तो कभी बाढ़ में कार्य प्रभावित हो जाता है। हालत यह है कि इस एनएच में ढाका से शिवहर तक 25 किलोमीटर सड़क बन चुकी है। शिवहर से आगे सीतामढ़ी तक इतनी ही दूरी में सड़क निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि चार पुलों का निर्माण अधूरा है। बुनियादगंज, धनकौल, कोला और महनद पुल का निर्माण लंबे समय से चल रहा है। इन चारों जगहों पर डायवर्सन के सहारे लोग आवागमन कर रहे हैं। इस बार बारिश और बाढ़ में बुनियादगंज और कोला डायवर्सन बह गया। इन पुलों को पिछले साल दिसंबर में पूरा होना था। काम पूरा नहीं हुआ और मियाद 30 जून, 2021 तक बढ़ाई गई। काम अब भी अधूरा है। अभी भी बुनियादगंज डायवर्सन से आवागमन चालू नहीं हो सका है। बागमती नदी के दोनों तटबंध के बीच दो साल से मिट्टीकरण का ही काम चल रहा है। शिवहर-सीतामढ़ी के बीच अब हाईवे के किनारे नालों का निर्माण चल रहा हैं। निर्माण एजेंसी से जुड़े अरूण कुमार बताते हैं कि बाढ़ नहीं आता तो अक्टूबर तक निर्माण पूरा हो जाता। बताया कि, पुल का निर्माण होते ही हाईवे कंपलीट हो जाएगा। डीएम सज्जन राजशेखर ने बताया कि, बाढ़ की वजह से काम प्रभावित हुआ है। एनएच के इंजीनियर को त्वरित गति से काम कराने का आदेश दिया गया है। पूर्व में इंजीनियर के वेतन पर भी रोक लगाई गई थी। इसके बाद से काम में गति आई है। उधर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मो. असद ने कहा हैं कि, एक माह के भीतर हाईवे का निर्माण पूर्ण नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। ------------------------------------------------------------------------ आधा-अधूरा हाईवे बना परेशानी का सबब::: शिवहर : पूर्वी चंपारण के चकिया से शुरू शिवहर, सीतामढ़ी, सुरसंड, जयनगर, मधुबनी और नरहिया तक को जोड़ने वाली 219.945 किमी लंबी इस परियोजना का बजट महज 600 करोड़ रुपये था जो बाद में बढ़कर 1,061.15 करोड़ रुपये हो गया। अब यह बजट दो हजार करोड़ के पार कर गया है। 12 साल पूर्व केंद्र सरकार ने इस हाईवे को मंजूरी दी थी। एकरारनामा के अनुसार साल 2018 तक ही इस हाईवे का निर्माण हो जाना था। पूर्वी चंपारण जिले के चकिया से 0 किमी से 40 किमी तक में 26 किमी तक पूर्वी चंपारण तथा 26 किमी से 40 किमी तक शिवहर जिला में पड़ता है। जेके इंफ्रा प्रोजेक्ट नामक निर्माण कंपनी ने 108.50 करोड़ की लागत से 40 किमी लंबी सड़क बनाने का एकरारनामा किया था। 23 अगस्त 2014 को कार्य शुरू किया गया था। 19 जुलाई 2018 को कार्य समाप्त होना था। निर्माण की मियाद खत्म हुए तीन साल से अधिक समय बीत गया। लेकिन निर्माण अधूरा है। हाईवे के 27 वें किमी से शिवहर जीरोमाइल तक कुल 13 किमी तथा शिवहर जीरोमाइल 40 किमी से धनकौल 48.4 किमी समेत कुल 21.4 किमी का निर्माण जेकेएम इंफ्रा लिमिटेड को मिला। चार मई 2016 को शुरू हुआ था। तीन मई 2018 को काम समाप्त करना था। वैसे केवल शिवहर के इलाके में ही नहीं तीनों जिले में यही स्थिति है।