जागरण संवाददाता, शिवहर। Sheohar News: शिवहर- सीतामढ़ी रेल मार्ग अंतर्गत बागमती नदी के डुब्बाघाट पर पुल निर्माण ने रफ्तार पकड़ ली है। निर्माण एजेंसी ने काम तेज कर दिया है। इसके तहत बागमती नदी में पाइलिंग की जा रही है। वहीं मिट्टीकरण का काम शुरू हो गया है। इसके साथ ही स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है। लोगों में शिवहर में ट्रेन चलने का सपना सच में साकार होता दिख रहा है। बताते चलें कि वर्ष 2006-2007 में सीतामढ़ी-शिवहर-मोतिहारी रेल लाइन की स्वीकृति मिली थी।
सीतामढ़ी से रेवासी में क्रॉसिंग, धनकौल में हाल्ट, शिवहर में क्रॉसिंग, सुगिया कटसरी में हाल्ट, पताही में क्रॉसिंग, ढ़ाका में क्रॉसिंग, चिरैया में हाल्ट, गजपुर में क्रॉसिंग व बापूधाम मोतिहारी तक कुल 78.92 किमी की इस परियोजना के लिए वर्ष 2007-2008 में 221 करोड़ की अनुमानित राशि खर्च करने का अनुमान था, जो बढ़कर 926.09 करोड़ हो गया। शुरुआती दौर में सर्वे का काम पूरा भी कराया गया।
सर्वे में 24 करोड़ 16 लाख 36 हजार रुपये खर्च किए गए, लेकिन राशि के अभाव में भूमि अधिग्रहण नहीं हो सका। लिहाजा यह परियोजना तीन जिलों में उलझ कर रह गई। पिछले कई सालों से रेल बजट में भी इस परियोजना को शामिल नहीं किया जा सका। मामले को लेकर शिवहर में आंदोलन होते रहे। सामाजिक कार्यकर्ता मुकुंद प्रकाश मिश्रा ने 21 दिसंबर 2021 को पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की, जिसमें हाईकोर्ट ने रेलवे और बिहार सरकार को तलब भी किया था।
इसी बीच रेलवे ने पूर्व में स्वीकृत बापूधाम शिवहर सीतामढी रेल परियोजना में से सीतामढी-शिवहर के बीच 28 किमी रेल परियोजना को स्वीकृति दी थी। साथ ही इसके लिए 566.83 करोड़ की राशि भी आवंटित की थी। इसके बाद से शिवहर में रेल मार्ग निर्माण की प्रक्रिया लगातार आगे बढ़ रही है। भूमि अधिग्रहण की जारी पहल के बीच छह मार्च को इस रेलमार्ग के सबसे बड़े पुल निर्माण का शिलान्यास किया गया। इसके बाद से निर्माण एजेंसी निर्माण की तैयारी में भी जुट गई है।