NDA में 'महाभारत'! पटना के बाद BJP नेताओं ने दिल्ली में डाला डेरा, नाक का सवाल बनी ये एक लोकसभा सीट
शिवहर भाजपा के नेता पटना के बाद दिल्ली कूच कर गए हैं। वहीं दिल्ली में जमे हुए हैं। साथ ही हर हाल में लोकसभा चुनाव में भाजपा से ही प्रत्याशी उतारने की मांग कर रहे हैं। कुछ नेता स्थानीय नेताओं को ही प्रत्याशी बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि शिवहर सीट से सांसद रमा देवी ने लगातार तीन बार जीत दर्ज की है।
जागरण संवाददाता, शिवहर। शिवहर लोकसभा सीट को लेकर टकराव जारी है। वहीं, संभावित प्रत्याशियों में टिकट को लेकर टकटकी लगी हुई है। लोकसभा चुनाव में शिवहर सीट एनडीए के सहयोगी दल जदयू को दिए जाने की चर्चा के साथ ही भाजपाइयों में जबरदस्त आक्रोश दिख रहा है। वहीं, भाजपाइयों का 'शिवहर मांगे कमल निशान' अभियान जारी है।
शिवहर भाजपा के नेता पटना के बाद दिल्ली कूच कर गए हैं। वहीं, दिल्ली में जमे हुए हैं। साथ ही हर हाल में लोकसभा चुनाव में भाजपा से ही प्रत्याशी उतारने की मांग कर रहे हैं। कुछ नेता स्थानीय नेताओं को ही प्रत्याशी बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि शिवहर सीट से सांसद रमा देवी ने लगातार तीन बार जीत दर्ज की है। पिछले चुनाव में उन्होंने भारी अंतर से जीत दर्ज की थी।
इस लोकसभा सीट के छह में से चार सीटों पर भाजपा का कब्जा है। पार्टी नेता और कार्यकर्ता दिन-रात मेहनत कर जनता के दिल में जगह बनाने में कामयाब हुए हैं। अगर ऐसा हुआ तो कार्यकर्ताओं की मेहनत पर पानी फिर जाएगा और मनोबल भी टूटेगा। इसका असर चुनाव और संगठन और चुनाव पर भी पड़ेगा। भाजयुमो सहित भाजपा के अलग-अलग प्रकोष्ठ के नेताओं ने भी नाराजगी व्यक्त करते हुए इस्तीफे की धमकी तक दी है।
भाजपा नेता ठोक रहे दावेदारी
इसी बीच, भाजपा के नेता सह संभावित प्रत्याशी अपने समर्थकों के सहारे टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। सीट महिला सांसद की रही है ऐसे में महिला प्रत्याशी को ही प्रत्याशी बनाने की भी मांग उठ रही है। हालांकि, भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी जिलाध्यक्ष संजय कुमार तिवारी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की है।
शांत और संयमित रहें
उन्होंने कहा है कि जब तक आधिकारिक रूप से सीट और प्रत्याशी तय नहीं हो जाता है तब तक शांत और संयमित रहें। शीर्ष नेतृत्व का अभी तक कोई फैसला नहीं आया है। इधर, शिवहर सीट भाजपा से जदयू में जाने की चर्चा के बीच भाजपा के संभावित प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ गई है। वहीं, जदयू में भी प्रत्याशियों की कतार लगनी शुरू हो गई है। कुछ प्रत्याशी इंटरनेट मीडिया पर अपनी तस्वीर लगाकर टिकट मिलने का दावा भी कर रहे हैं।
शिवहर के सामाजिक कार्यकर्ता संजय संघर्ष सिंह ने शिवहर सीट के गठबंधन की भेंट चढ़ने की संभावना पर कहा है कि यह लड़ाई उन तमाम भाजपा कार्यकर्ताओं की अस्मिता की लड़ाई है जो यह मानते हैं उनके लिए पार्टी फर्स्ट है। कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए अपना जीवन को खो दिया है। कहा है कि सीतामढ़ी के भाजपा जिलाध्यक्ष सुफल झा केवल इसलिए सफल नहीं हो पाए कि पार्टी गठबंधन धर्म को पहले और कार्यकर्ताओं के प्रति समर्पण बाद में देखती है।
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