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शिवहर बना बिहार का 20 वां धूम्रपान मुक्त जिला, अब तंबाकू मुक्त जिला बनाने की तैयारी

शिवहर। सूबे का सबसे छोटा जिला शिवहर गुरुवार को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित हो गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 12:48 AM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 12:48 AM (IST)
शिवहर बना बिहार का 20 वां धूम्रपान मुक्त जिला, अब तंबाकू मुक्त जिला बनाने की तैयारी
शिवहर बना बिहार का 20 वां धूम्रपान मुक्त जिला, अब तंबाकू मुक्त जिला बनाने की तैयारी

शिवहर। सूबे का सबसे छोटा जिला शिवहर गुरुवार को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित हो गया। समाहरणालय में आयोजित कार्यक्रम में डीएम मुकुल कुमार गुप्ता, एसपी अनंत कुमार राय, डीडीसी विनोद दुहन, एडीएम शंभु शरण और सीड्स के अधिकारी ने संयुक्त रूप से शिवहर को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया। साथ ही

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इससे संबंधित घोषणा पत्र जारी किया। वहीं मौजूद अधिकारियों ने भी धूम्रपान मुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किया। इस तरह शिवहर बिहार का 20 वां धूम्रपान मुक्त जिला बन गया है। इसके पूर्व मुंगेर, कटिहार, पटना, लखीसराय, मधेपुरा, सहरसा, वैशाली, गोपालगंज, मधुबनी, खगड़िया, दरभंगा, समस्तीपुर, वैशाली, गया, अरवल सीतामढ़ी, सुपौल, पूर्णिया व जमुई धूम्रपान मुक्त जिला घोषित हो चुका है। इस अवसर पर डीएम मुकुल कुमार गुप्ता ने कहा कि, अब पूरे जिले को तंबाकू मुक्त घोषित कराया जाएगा। डीएम ने मौजूद अधिकारियों के साथ जिले को तंबाकू मुक्त जिला बनाने की शपथ ली। डीएम ने कहा की धूम्रपान के बाद अब हमलोगों को जिले को तम्बाकू मुक्त जिला बनाने की मुहिम शुरू करनी है। ताकि, हमारी आने वाली पीढि़यों को तम्बाकू के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके। डीएम ने तम्बाकू नियंत्रण हेतु जिले में गठित त्रिस्तरीय छापामार दस्ते के सभी सदस्यों को शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में अवस्थित सभी तम्बाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को हटवाते हुए नियमित रूप से छापेमारी का निर्देश दिया। उन्होंने शिवहर जिले के सभी नागरिक, शैक्षणिक संस्थानों, सहयोगी संस्था सीड्स, मीडियाकर्मी, जिला स्तरीय पदाधिकारी, अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के सभी पदाधिकारी, पुलिस विभाग के सभी पदाधिकारी को धन्यवाद एवं बधाई दी। कहा कि जिले में 2018 -2019 से यह अभियान चलाया जा रहा है। धूम्रपान करना एक खतरनाक आदत है। जहां छोटे-छोटे बच्चे हैं वहां तो स्थिति और भी अधिक नाजुक बन जाती है। तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को अभियान के रूप में चलाए जाने के काफी अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। सभी स्तर पर तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग की अपेक्षा है। अब सार्वजनिक स्थलों यथा सिनेमा हॉल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक सड़क, शिक्षण संस्थानों व कार्यालयों सहित अन्य स्थानों पर धूम्रपान करना दंडनीय अपराध होगा। लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने हेतु प्रेरित एवं जागरूक करना होगा। जिस प्रकार कोविड-19 से लड़ रहे हैं, उसी प्रकार हमें तंबाकू को समाप्त करने के लिए लड़ाई लड़नी होगी।

पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार राय ने कहा कि धूम्रपान मुक्त जिला घोषित होने के बाद अब जिलेवासियों की जिम्मेवारी और बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरे राज्य को नशामुक्त बनाने हेतु कृतसंकल्पित है। नशामुक्त बिहार की परिकल्पना तभी साकार होगी जब राज्य तम्बाकू मुक्त हो जायेगा। कार्यक्रम में अपर समाहर्ता शंभू शरण, एसडीओ मो. इश्तियाक अली अंसारी, मुख्यालय डीएसपी शशि शेखर, डीईओ डॉ. ओम प्रकाश, सीएस डॉ. शैलेन्द्र कुमार झा, तम्बाकू नियंत्रण के नोडल पदाधिकारी डॉ. सुरेश राम, डॉ. एके सिन्हा, सीड्स के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुनील चौधरी, नरेन्द्र शाही, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. त्रिलोकी शर्मा, संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. जेड जावेद सहित बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद रहे।


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