एक सप्ताह पहले ही बजी थी शहनाई
शिवहर। हरनाही में हुई एक साथ तीन मौत से जहां परिवार में कोहराम है। वहीं गांववाले भी सकते में हैं कि आखिर इस हंसते खेलते परिवार को क्या हो गया।
शिवहर। हरनाही में हुई एक साथ तीन मौत से जहां परिवार में कोहराम है। वहीं गांववाले भी सकते में हैं कि आखिर इस हंसते खेलते परिवार को क्या हो गया। अभी एक सप्ताह पूर्व ही 19 मई को सुकदेव पासवान की आखिरी बेटी संतोषी कुमारी की धूमधाम से शादी की गई थी। शहनाइयां बजी थीं। आंगन में गाड़े गए मंडप की फूल-पत्तियां अभी भी चमक रही हैं। सभी चारों भाइयों ने मिलकर बहन को विदा किया। तभी ऐसा क्या हो गया कि घर में खून की धार बह निकली। गौरीशंकर के पागलपन ने परिवार को कहीं का नहीं छोड़ा। अब वहां सुनाई दे रही सिर्फ सिसकियां, रोने की करुण आवाजें और गौरी के लिए बद्दुआ। जिसके सनकीपन ने खुद के वंशवृक्ष का समूल नाश कर दिया। वहीं छोड़ गया अपनी पत्नी गुड़िया देवी (30) के आगे वैधव्य का बोझ। जिसके भविष्य में घुप्प अंधेरे के सिवा कुछ भी नहीं।