एटीएम से पैसे निकासी के लिए लगा रहे चक्कर
सुबह होते ही लोग शहर के एटीएम का चक्कर लगाना शुरु कर देते हैं कि आज तो रुपये निकाल पाएंगे।
शिवहर। सुबह होते ही लोग शहर के एटीएम का चक्कर लगाना शुरु कर देते हैं कि आज तो रुपये निकाल पाएंगे। लेकिन अंतत: उन्हें निराशा ही हाथ लगती है क्योंकि यहाँ एटीएम सिर्फ गिनती करने के लिए है जो शिवहर को शहर होने का भ्रम फैलाता है। आपातकाल में जरुरतमंदों को खुद के जमा किए पैसे काम नहीं आते हैं। बैंक शाखाओं में लगी भीड़ का आलम है कि एक दिन में आप धनराशि नहीं निकाल सकते। कभी ¨लक फेल का बोर्ड लटक जाता है तो कभी बैंक के बाबू घंटा भर लंच के बहाने आराम करते हैं। वहीं कैश की किल्लत भी ग्राहकों के मंसूबे पर पानी फेर देती है। तब एटीएम में आशा की किरण दिखती है वहां जाने पर अधिकांश के शटर डाऊन दिखते या नहीं तो नो कैश की तख्ती झूलती नजर आती है। शहर में एसबीआई, पीएनबी, सेंट्रल बैंक, बीओबी, इलाहाबाद, केनरा, ओवरसीज, आईडीबीआई, इंडियन बैंक, एक्सिस बैंक, को ऑपरेटिव बैंक, यूको बैंक, एचडीएफसी बैंक बैंक ऑफ बरौदा सहित अन्य बैंकों ने एटीएम लगा रखे हैं। लेकिन गिनती के एक दो एटीएम ही पैसे उगलते हैं। जहाँ भारी भीड़ उमड़ती है। हालत तो तब देखने लायक होती है जब एक एटीएम का पैसा खत्म होता है तो दौड़कर दूसरे एटीएम की ओर लोग इस उम्मीद से दौड़ पड़ते हैं कि वहाँ बात बन जाएगी लेकिन वहाँ भी वही ढाक के तीन पात। लंबी कतारें नो कैश का चक्कर। कुल मिलाकर जिले के एटीएम हाथी के दाँत साबित हो रहे हैं।