महावीरी झंडोत्सव की रही धूम
लोक पर्वों के आयोजन से न केवल जीवंतता बनी रहती है बल्कि सामाजिक सौहार्द कायम करने में भी इन आयोजनों की बड़ी भूमिका है।
शिवहर। लोक पर्वों के आयोजन से न केवल जीवंतता बनी रहती है बल्कि सामाजिक सौहार्द कायम करने में भी इन आयोजनों की बड़ी भूमिका है। दशहरा संपन्न होने के बाद जिले के विभिन्न क्षेत्रों में महावीरी झंडोत्सव की धूम दिख रही है। गुरुवार को नगर थाना क्षेत्र के पड़राही बाजार पर आधा दर्जन महावीरी झंडों का मिलान किया गया। जिसमें रामपुर यदु, पड़राही, गुरहनी हिरौता टोले बंगटाही सहित आसपास के गांवों से लाए गए झंडे शामिल थे। इस दौरान रैन स्थल पर हजारों लोगों की भीड़ रही। अलग अलग गुटों में पारंपरिक हथियारों के करतबबाज अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं बीच बीच में जय बजरंगबली एवं जय श्री राम का जयघोष किया जा रहा था। वहां मौजूद महावीरी झंडों में सब अपने को अव्वल साबित करने में लगे दिखे। हालांकि निर्णय दर्शक खुद करते हैं। परंपरा ऐसी है कि इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की जाती है कि बाजी किसके नाम रही। अलबत्ता लोग महसूस कर लेते हैं कि सबसे उम्दा कारीगरी एवं आकर्षक झंडा किस गांव से आया। खैर. जहां हजारों की भीड़ हो मेला न लगे संभव नहीं सो रैन स्थल पर मेला भी दिखा। जहां खासकर बच्चे एवं महिलाएं खरीदारी करने में मशगूल रहीं।
सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन की ओर से दंडाधिकारी बीडीओ तौकीर हाशमी, सीओ रविरंजन जमैयार, थानाध्यक्ष राकेश कुमार सहित पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती थी। महिला कांस्टेबलों को भीड़ नियंत्रित करते देखा गया। इसके अलावा आयोजन समिति द्वारा स्वयंसेवकों को भी लगाया गया था। इसके अलावा डीडीसी मो. वारिस खान, एसडीएम आरिफ अहसन भी मेला एवं क्षेत्र का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते देखे गए। वहीं लोगों से आपसी सौहार्द कायम रखने की अपील की।