हाथी का दांत साबित हो रहा लाखों से निर्मित जलमीनार
पिपराही। प्रखंड के अंबा दक्षिणी पंचायत अंतर्गत नयागांव के लोगों को विगत दो वर्षों से नल के जल का इंतजार है। गांव में लाखों की लागत से पक्का पानी टंकी बनकर तैयार है लेकिन अभी तक एक बूंद पानी नहीं टपका है।
पिपराही। प्रखंड के अंबा दक्षिणी पंचायत अंतर्गत नयागांव के लोगों को विगत दो वर्षों से नल के जल का इंतजार है। गांव में लाखों की लागत से पक्का पानी टंकी बनकर तैयार है लेकिन अभी तक एक बूंद पानी नहीं टपका है। बाहर से देखने पर तो लगता है कि नयागांव में विकास की नई क्रांति आ गई है लेकिन यह महज हाथी के दांत साबित होता पानी टंकी किसी की प्यास बुझाने में नाकाम है। अब तो ग्रामीणों में आक्रोश भी पनपने लगा है। कहते हैं कि जब नल का जल नहीं मिलना था तो यह विशाल टंकी खड़ी करने की क्रिया •ारुरत थी। अब तो इसे देखकर एक तरह से शूल उत्पन्न होता है कि न जाने नयागांव वासियों को नल का जल कभी नसीब भी होगा या नहीं। कहा कि इस संबंध में जब संबंधित वार्ड सदस्य, सचिव या किसी अन्य जिम्मेदार से पूछा जाता है तो सही एवं संतोषजनक जबाब नहीं देता है। सब एक दूसरे पर दोषारोपण करते दिखाई देते हैं। ऐसे में अब गांव की जनता खुद को उपेक्षित महसूस कर रही है।