बिहार: फसल खराब होने से मायूस किसान ने की आत्महत्या
बिहार के शिवहर जिले में मक्के की फसल खराब होने से निराश किसान ने जहर खा कर आत्महत्या कर ली। इसकी खबर मिलते ही जिला प्रशासन सकते में आ गया। अफसरों ने स्थिति का जायजा लिया।
By Ravi RanjanEdited By: Published: Thu, 15 Mar 2018 09:28 AM (IST)Updated: Thu, 15 Mar 2018 09:20 PM (IST)
शिवहर [जेएनएन]। बिहार के शिवहर जिले में मक्के की फसल में दाना नहीं देख थाना क्षेत्र के राजाडीह गांव निवासी किसान नारद राय (55) ने जहर खा कर आत्महत्या कर ली। इसकी खबर मिलते ही जिला प्रशासन सकते में आ गया।
डीएम के निर्देश पर अफसरों ने स्थिति का जायजा लिया। लेकिन, मौत के कारण को साफ नहीं किया। जबकि, मृत किसान के परिजनों व ग्रामीणों ने कमजोर फसल के सदमे में जान देने की बात कही। जिले में इस तरह की पहली घटना से हड़कंप मचा है। कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। बेलसंड विधायक सुनीता सिंह चौहान व विधायक प्रतिनिधि राणा रंधीर सिंह ने चौहान ने परिजनों को दस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है।
बताया जाता है कि मंगलवार को स्व. राजमंगल राय के पुत्र नीरद राय खेत देखने गए थे। मक्के की बाली में दाना न देख खेत में ही उन्होंने जहर खा लिया। सूचना मिलते ही परिजनों ने बेहोशी की हालत में खेत से उठा कर मुजफरपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान बुधवार सुबह नीरद राय ने दम तोड़ दिया। नीरद पांच पुत्र व एक पुत्री छोड़ गए हैं।
भाई ओमप्रकाश राय पुत्र सुनील राय, राम उदय राय, राजीव कुमार उर्फ अरविंद, राम कृपाल राय आदि ने बताया कि मक्का की फसल में दाना नहीं आने के कारण पिछले सप्ताह से निराश चल रहे थे। उन्हें कर्ज की राशि देने की चिंता सता रही थी। वहीं, ग्रामीणों की मानें तो नारद राय गरीबी से जूझ रहे थे। इस बार बड़ी उम्मीद के साथ कर्ज लेकर मक्का की खेती की थी, लेकिन दाना नहीं देखकर हिम्मत जवाब दे गई।
डीएओ विष्णु देव कुमार रंजन, बीडीओ डॉ संजय कुमार, सीओ विपिन कुमार सिंह ने गांव जाकर जायजा लिया। साथ ही मृत किसान के परिजनों को कबीर अंत्योष्टि योजना से तीन हजार रुपये दिए। सीओ और बीडीओं ने कहा कि पीडि़त परिजनों को परिवारिक लाभ योजना से मदद का प्रयास होगा। वहीं इस संबंध में शिवहर के डीएम राजकुमार ने कहा कि घटना की सूचना मिली है। जांच और कर्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
डीएम के निर्देश पर अफसरों ने स्थिति का जायजा लिया। लेकिन, मौत के कारण को साफ नहीं किया। जबकि, मृत किसान के परिजनों व ग्रामीणों ने कमजोर फसल के सदमे में जान देने की बात कही। जिले में इस तरह की पहली घटना से हड़कंप मचा है। कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। बेलसंड विधायक सुनीता सिंह चौहान व विधायक प्रतिनिधि राणा रंधीर सिंह ने चौहान ने परिजनों को दस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है।
बताया जाता है कि मंगलवार को स्व. राजमंगल राय के पुत्र नीरद राय खेत देखने गए थे। मक्के की बाली में दाना न देख खेत में ही उन्होंने जहर खा लिया। सूचना मिलते ही परिजनों ने बेहोशी की हालत में खेत से उठा कर मुजफरपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान बुधवार सुबह नीरद राय ने दम तोड़ दिया। नीरद पांच पुत्र व एक पुत्री छोड़ गए हैं।
भाई ओमप्रकाश राय पुत्र सुनील राय, राम उदय राय, राजीव कुमार उर्फ अरविंद, राम कृपाल राय आदि ने बताया कि मक्का की फसल में दाना नहीं आने के कारण पिछले सप्ताह से निराश चल रहे थे। उन्हें कर्ज की राशि देने की चिंता सता रही थी। वहीं, ग्रामीणों की मानें तो नारद राय गरीबी से जूझ रहे थे। इस बार बड़ी उम्मीद के साथ कर्ज लेकर मक्का की खेती की थी, लेकिन दाना नहीं देखकर हिम्मत जवाब दे गई।
डीएओ विष्णु देव कुमार रंजन, बीडीओ डॉ संजय कुमार, सीओ विपिन कुमार सिंह ने गांव जाकर जायजा लिया। साथ ही मृत किसान के परिजनों को कबीर अंत्योष्टि योजना से तीन हजार रुपये दिए। सीओ और बीडीओं ने कहा कि पीडि़त परिजनों को परिवारिक लाभ योजना से मदद का प्रयास होगा। वहीं इस संबंध में शिवहर के डीएम राजकुमार ने कहा कि घटना की सूचना मिली है। जांच और कर्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
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