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आंबेडकर आवासीय हाईस्कूल में न शिक्षक है न भवन

शिवहर। प्रखंड मुख्यालय स्थित आंबेडकर आवासीय बालिका उच्च विद्यालय को विगत चार वर्षो से भवन एवं शिक्षक का इंतजार है। जो अपने स्थापना वर्ष 2015 से ही अस्थायी भवन में किसी तरह संचालित है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 May 2019 11:26 PM (IST)Updated: Mon, 03 Jun 2019 06:27 AM (IST)
आंबेडकर आवासीय हाईस्कूल में न शिक्षक है न भवन

शिवहर। प्रखंड मुख्यालय स्थित आंबेडकर आवासीय बालिका उच्च विद्यालय को विगत चार वर्षो से भवन एवं शिक्षक का इंतजार है। जो अपने स्थापना वर्ष 2015 से ही अस्थायी भवन में किसी तरह संचालित है। जबकि उक्त विद्यालय की परिकल्पना शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने के उद्देश्य से की गई थी। जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में अंतिम पायदान पर रहने वाले अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के 400 छात्राओं के आवास सहित शिक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए थी। तय मानक के आलोक में फिलवक्त 356 छात्राएं नामांकित हैं। जहां वर्तमान में वर्ग एक से दस तक की आवासीय सुविधा के साथ पढ़ाई होती है। नए शैक्षणिक सत्र में नामांकन हेतु आवेदन लिया जा रहा है। वर्तमान में पांच शिक्षक कार्यरत

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माध्यमिक स्तर के इस विद्यालय में कुल 9 शिक्षकों की रिक्ति के विरुद्ध एचएम पंकज कुमार सहित पांच स्थाई शिक्षक हैं। जबकि दो सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवा अनुबंध पर आधारित है। कार्यरत श्याम कुमार, मो. अली रजा, सुलेखा कुमारी, सोनम रंजना एवं शांता सुमन हैं। वहीं बतौर संविदा संतोष कुमार शरण एवं रामजन्म सिंह सेवारत हैं। सबसे बड़ी समस्या है कि यहां न अंग्रेजी के शिक्षक हैं और न ही गणित के। सिलेबस में म्यूजिक भी है लेकिन शिक्षक नहीं है। नतीजतन बच्चियों को संगीत के प्रारंभिक सुर सारेगामपा की भी जानकारी नहीं है। वहीं निचले क्लास में शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों को शुरुआती ज्ञान नहीं है।

कैसे होता है नामांकन आवासीय आंबेडकर उच्च विद्यालय में नामांकन जिला स्तर पर गठित कमेटी से प्राप्त आवेदन के आधार पर होता है। वहीं विद्यालय की देखभाल का दायित्व जिला कल्याण पदाधिकारी सुजीत भूषण सहाय के जिम्मे है। वहीं आवासित छात्राओं को भोजन एनजीओ के माध्यम से मिलता है। जिसकी जिम्मेदारी लहेरियासराय की रसोइया कविता के नेतृत्व में होता है। आवासीय आंबेडकर विद्यालय की छात्राओं एवं अन्य का कहना है कि दो समस्याओं का समाधान बेहद आवश्यक है पहला कि विद्यालय के पास खुद का भवन हो। वहीं रिक्त शिक्षकों के पद को यथाशीघ्र भरा जाए। वर्जन: न जाने यह कैसी विडंबना है कि भवन निर्माण मद में तीन करोड़ रुपये की राशि आवंटित होने के बावजूद उक्त विद्यालय के पास भवन नहीं है। बेहतर ढ़ंग से संचालित नहीं है। विद्यालय भवन के लिए कम-से-कम तीन एकड़ भूमि की दरकार है जो अब तक नहीं मिल पाई है। पंकज कुमार

प्रधानाध्यापक,

आवासीय आंबेडकर उच्च विद्यालय, पुरनहिया, शिवहर।


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