37 अनाथ बच्चों को मिलेंगे प्रतिमाह 2 हजार रुपये
बुधवार को वरीय उपसमाहर्ता सह प्रभारी सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई डॉ. अनिल कुमार दास की अध्यक्षता में बैठक आहूत की गई।
शिवहर। बुधवार को वरीय उपसमाहर्ता सह प्रभारी सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई डॉ. अनिल कुमार दास की अध्यक्षता में बैठक आहूत की गई। इस दौरान पालन पोषण एवं देखरेख अनुमोदन समिति द्वारा सरकार प्रायोजित परवरिश एवं स्पांसरशिप योजना एवं उसके लाभार्थियों की समीक्षा की गई। वहीं समिति द्वारा जांचोपरांत कुल स्पांसरशिप के कुल 37 लाभुकों के आवेदन को स्वीकृति प्रदान की गई। बता दें कि इसके पूर्व 28 अनाथ बच्चों को उक्त योजना से जोड़ा जा चुका है। वहीं परवरिश योजना के लाभुकों की बाबत भी विमर्श किया गया। इस प्रकार जिले में स्पांसरशिप योजना के लाभुक बच्चों की संख्या अब 65 हो गई है। यहां यह भी बताना आवश्यक है कि कि उक्त योजना का लाभ 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के वैसे बच्चे/ बच्चियों को दिया जाता है जो अनाथ हैं। अर्थात जिनके परिवार का इकलौते कमाऊ सदस्य की मौत हो गई हो। या फिर जो असाध्य या गंभीर बीमारी मसलन कैंसर, एड्स एवं कुष्ठ आदि लोग से ग्रसित हो। ऐसे बच्चे जिसके अभिभावक आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे हैं वो भी इसके लाभुक हो सकते हैं। इस कोटि के बच्चों को समाज कल्याण विभाग द्वारा तीन वर्षों तक प्रति माह 2 हजार रुपये पालन पोषण के लिए देने का प्रावधान है। एक परिवार के दो अनाथ बच्चों को लाभान्वित किया जा सकता है। इसके लिए वर्तमान अभिभावक/ पालक के साथ संयुक्त बैंक खाता, माता/ पिता के मृत्यु प्रमाण पत्र या रुग्णता का प्रमाण पत्र, आधार कार्ड सहित अन्य आवश्यक कागजात सहित आवेदन पत्र देने की अनिवार्यता है। सहायक निदेशक डॉ. अनिल कुमार दास ने बताया कि इस कोटि के जरुरतमंद आवेदक अपने आंगनबाड़ी केंद्र या सीधे सामाजिक सुरक्षा कोषांग में अपना आवेदन दे सकते हैं जिसकी जांच एवं स्वीकृति के पश्चात लाभुक के खाते में सहायता राशि स्थानांतरित की जाएगी। वहीं समाज के जागरूक लोगों का आह्वान किया है कि आपके आसपास अगर इस तरह के अनाज बच्चे हैं तो उसे उक्त योजना का लाभ दिलाने में सहयोग करें। उक्त बैठक में जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष राजीव रंजन, सदस्य जितेंद्र कुमार, कृष्णा कुमारी, बाल संरक्षण अधिकारी विवेक कुमार, बाल संरक्षण इकाई के सुजय कुमार, विनोद मिश्रा, रजिया सुल्तान, स्वाति कुमारी सहित अन्य मौजूद थे।