छपरा में डाक्टर की लापरवाही से महिला की गई जान
छपरा के भगवानबाजार स्थित एक निजी क्लीनिक में इलाज के लिए पहुंची गर्भवती की मौत हो गई। डाक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा है।
जागरण संवाददाता, छपरा : छपरा के भगवानबाजार स्थित एक निजी क्लीनिक में इलाज के लिए पहुंची गर्भवती की मौत हो गई। चिकित्सक पर लापरवाही से इलाज का आरोप लगा है। महिला अमनौर थाना क्षेत्र के पकड़ीडीह गांव निवासी हेम कुमार सिंह की पत्नी निक्की देवी थी। स्वजनों ने बताया कि तीन महीने तक डाक्टर इलाज करते रहे। लगभग 10 लाख रुपये खर्च कराया।
पति की शिकायत पर भगवान बाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। उसमें निजी हास्पिटल के डाक्टर सहित वहां काम करने वाले कर्मी को आरोपित किया गया है। डाक्टर व कर्मी के खिलाफ कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन से भी शिकायत की गई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। निक्की कुमारी के पति हेमकुमार सिंह ने शिकायती आवेदन में बताया है कि उसने अपनी गर्भवती पत्नी निक्की कुमारी को तकलीफ होने पर इलाज के लिए जीवन हास्पिटल थाना रोड छपरा में भर्ती कराया। जहां अल्ट्रासोनोग्राफी की रिपोर्ट देखकर डाक्टर द्वारा बताया गया कि गया कि बच्चा मर गया है। डीएनसी करके निकालना होगा। फिर अगले दिन उसका डीएनसी कराया गया। इसके बाद निक्की कुमारी की हालत और बिगड़ने लगी। चार दिन तक सूई स्लाइन कर इलाज के एवज में 46 हजार रुपये लेकर पटना आइजीआइएमएस रेफर कर दिया गया। कोरोना संक्रमण के कारण आइजीआइएमएस में भर्ती नहीं होने पर कंकड़बाग मलाही पकड़ी चौक के समीप पंचशीला अस्पताल में भर्ती कराया। वहां जांचोपरांत डाक्टरों ने बताया कि डीएनसी करने वाले चिकित्सक की लापरवाही के कारण महिला की छोटी आंत एवं यूटेरस को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इससे मल मूत्र पेट में फैलने लगा है। इसके कारण उसकी हालत बिगड़ी है। वहां निक्की का आपरेशन किया गया। इसकी जानकारी देने के लिए जीवन हास्पिटल आया और वहां के कर्मी से मिला तो दोनों गाली गलौज करने लगे और जान से मारने एवं मुकदमा में फंसाने की धमकी दी। फिर 30 अक्टूबर को अचानक उसकी हालत बिगड़ गई और सदर अस्पताल में लाने के बाद उसकी मौत देर रात में हो गई। ------------
- शहर के भगवानबाजार थाना रोड स्थित निजी हास्पिटल में डीएनसी के बाद बिगड़ी महिला की हालत, केस दर्ज होने के बाद पुलिस कर रही जांच