क्लास में तीन दिन अनुपस्थित रहने वाले छात्र की गुरू जी कराएंगे पड़ताल
अब लगातार सात दिनों तक कोई छात्र -छात्रा स्कूल नहीं आया तो गुरूजी घर पर जाकर उसकी पड़ताल करेंगे।
छपरा। अब लगातार सात दिनों तक कोई छात्र -छात्रा स्कूल नहीं आया तो गुरूजी घर पर जाकर उसकी पड़ताल करेंगे। अभिभावकों से मिलकर उसके स्कूल नहीं आने की जानकारी लेंगे और बच्चों को स्कूल नियमित आने के लिए प्रेरित भी करेंगे। शिक्षा विभाग ने सभी बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन मिले इसके लिए यह अभियान शुरू किया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि स्कूलों में शत प्रतिशत उपस्थिति को अनिवार्य कराएं। इसकी निगरानी डीईओ को करने का निर्देश दिया गया है। वे जिला स्तर पर स्कूलों पर बच्चों की उपस्थिति पर नजर रखेंगे। शिक्षा विभाग के आंकड़े के अनुसार सारण जिले में सरकारी स्कूलों में नामांकन के अनुपात में महज 30-38 फीसदी बच्चे ही कक्षा करते हैं। स्कूलों की जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। शहर में ही नहीं बल्कि पूरे जिले में कक्षा एक से लेकर आठ के बच्चों की उपस्थिति ¨चताजनक पाई गई। जिसके बाद शिक्षा विभाग ने यह कदम उठाया है। प्रखंड में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी यह सुनिश्चित कराएंगे। शिक्षक गायब रहने वाले बच्चों को चिन्हित करके उन्हें स्कूल लाने के लिए प्रयास करेंगे। इसके लिए वे स्कूलों में जाकर जांच करेंगे। गुरूजी के समझाने के बाद भी स्कूल नहीं आने वाले छात्रों का नामांकन भी रद्द कर दिया जाएगा। इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(माध्यमिक शिक्षा) सुरेश कुमार ¨सह ने बताया कि शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छात्रों की उपस्थित बढ़ाने के लिए उनके अनुपस्थित रहने के कारणों का पता लगाने का निर्देश दिया है। इनसेट :
गुरूजी कैसे लाएंगे बच्चों को स्कूल
छपरा : लगातार तीन दिनों तक स्कूल नहीं आने वाले छात्र के बारे में उसके दोस्तों से जानकारी ली जाएगी और उसे घर जाकर स्कूल आने के लिए प्रेरित करने को कहा जाएगा। लेकिन इसके बाद भी सात दिनों तक कोई विद्यार्थी स्कूल नहीं आया तो गुरूजी खुद उसके घर जाकर छात्र से मिलेंगे और उसके स्कूल नहीं आने के कारण की पड़ताल करेंगे। गुरूजी बच्चों के अभिभावक व मां-पिता से जी प्रतिदिन अपने बच्चे को स्कूल भेजने का अनुरोध करेंगे। वही 15 दिनों से अधिक कक्षा में अनुपस्थित होने पर छात्र के घर प्रधानाध्यापक खुद जाकर पता लगाएंगे। इसे कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया गया है। मालूम हो कि शिक्षा विभाग ने 75 फीसदी नही रहने पर साइकिल एवं पोशाक राशि से भी छात्रों को वंचित रखने का निर्देश दिया है।