नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ पर पीएम एवं सीएम का पुतला फूंका
छपरा। नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में दूसरे दिन शनिवार को भी विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहा। न्याय फाइटिग फॉर द पीपुल के तत्वावधान में विरोध मार्च निकाल कर पीएम और सीएम का पुतला दहन किया गया तथा डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया गया। प्रदर्शन में एएफआइ राजद कांग्रेस जाप रालोसपा भीम सेना सहित एआइएमआइएम के कार्यकर्ता भारी संख्या में शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पास किया गया बिल भारत के मूल निवासियों के साथ धोखा और विश्वासघात है।
छपरा। नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में दूसरे दिन शनिवार को भी विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहा। न्याय फाइटिग फॉर द पीपुल के तत्वावधान में विरोध मार्च निकाल कर पीएम और सीएम का पुतला दहन किया गया तथा डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया गया। प्रदर्शन में एएफआइ, राजद, कांग्रेस, जाप, रालोसपा, भीम सेना सहित एआइएमआइएम के कार्यकर्ता भारी संख्या में शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पास किया गया बिल भारत के मूल निवासियों के साथ धोखा और विश्वासघात है। यहां आने वाली बाढ़ और प्राकृतिक आपदा में लाखों लोगों के दस्तावेज नष्ट हो जाते हैं। ऐसे में समय आने पर गरीब, दलित, खानाबदोश और बेसहारा लोग नागरिक होने का प्रमाण कैसे दे पाएंगे। इतना ही नहीं संशोधन बिल में केवल मुसलमानों को शामिल नहीं कर उनके साथ विभेद किया गया है और देश के धर्म निरपेक्ष छवि को न केवल आघात पहुंचाया गया है बल्कि धारा 14, 15 एवं 16 के विरुद्ध जाकर संविधान की धज्जियां उड़ाने का प्रयास किया गया है। विरोध मार्च शहर के मौना मस्जिद चौक से प्रारंभ हुआ जो आजाद रोड, खनुआ, सोनार पट्टी, साहेबगंज, हथुआ मार्केट, थाना चौक होते हुए नगरपालिका चौक पहुंचा, जहां पीएम मोदी और सीएम नीतीश का पुतला दहन करने के पश्चात सभी लोग समाहरणालय पहुंचे। जिसके बाद पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने डीएम को ज्ञापन सौंपा और राष्ट्रपति से बिल को भारत की संप्रभुता, अनेकता और धर्मनिरपेक्षता की रक्षार्थ रद्द करने की मांग की गयी। प्रदर्शन में मुख्य रूप से न्याय के संस्थापक महासचिव सुल्तान हुसैन इद्रीसी, राजद जिलाध्यक्ष जिलानी मोबीन, जाप के भारती सहनी, भीम आर्मी के रामलाल राम, रालोसपा के राहुल सिंह, युवा राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील राय, सीपीआई के अहमद अली, रालोसपा के डॉ अशोक कुशवाहा, जनाधिकार के शेख नौशाद, विजय राम, तारिक अनवर,
मुन्ना मिस्त्री, सुरेंद्र नाथ चौधरी, शैलेन्द्र यादव,कुंदन कुमार, तारिक अली मुबस्सिर हुसैन, परवेज खान, समेत नबी अहमद, रामराज राम, तनवीर खान, सरवर हुसैन, शैलेन्द्र चौधरी आदि शामिल थे।