सूखे की मार से परेशान परसा के किसान
सारण। परसा प्रखंड के खरीफ उत्पादक किसानों को इन दिनों सूखे की चिंता से दिन का चैन व रात क
सारण। परसा प्रखंड के खरीफ उत्पादक किसानों को इन दिनों सूखे की चिंता से दिन का चैन व रात की नींद समाप्त हो गई है। खासकर धान उत्पादक किसान बढ़ती गर्मी व तवे के समान जल रही धरती से खासे परेशान नजर आ रहे हैं।
किसानों का कहना है कि विगत एक माह से कम बारिश होने से धान की फसल के उत्पादन पर ग्रहण लग रहा है। ऐसे में फसलों के उपर लगाई गई पूंजी भी डूब जाएगी। वहीं जिस किसान द्वारा इन दिनों धान व मक्का की फसल लगाई गई थी, उसमें उत्पादन नहीं होने के असार देख उसे पशुओं के लिए चारा के रूप में प्रयुक्त कर रहें हैं। प्रखंड के बनौता, अन्याय, अंजनी बहड़मारर, परसौना, पचलख पचरुखी, माड़र, बलिगाव, पंचायत के किसान गोपाल प्रसाद ,ललित प्रसाद, नरेश सिंह, रजनीकात सिंह, आनंद कुमार ,दीनानाथ सिंह अन्याय पंचायत के किसान सह पंसस मुकेश कुमार सिंह, माड़र निवासी सह पंसस सुनीता प्रकाश कहती हैं कि धान की फसल मुख्यत: पानी पर आधारित है। जिस वर्ष जितनी अच्छी बारिश, उतना अधिक उत्पादन होता है। लेकिन इस वर्ष बारिश नहीं होने से धान के उत्पादन के आसार कम दिख रहे हैं। ऐसे में किसान फसल पर खर्च किए गए रूपया बैंक या महाजन को कहां से वापस करेंगे।
कहते हैं पदाधिकारी
इस बावत बीएओ सत्यनारायण गुप्ता ने बताया कि सूखे व बाढ़ का आंकलन किया जा रहा है। साथ ही कितना प्रतिशत फसल सूखे की चपेट में है, इसका भी रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है। इसको लेकर जिला से भी निर्देश मिल रहा है।