प्रखंड के आठ में से सिर्फ दो क्वारंटाइन केंद्र में रह रहे आठ लोग
मकेर प्रखंड क्षेत्र में आठ क्वारंटाइन केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से केवल दो पर आठ लोग रह रहे हैं।
संसू, मकेर : आठ पंचायत वाले मकेर प्रखंड में बाहर से घर लौटकर आए लोगों को 14 दिनों तक रखने के लिए बने आठ क्वारंटाइन केंद्रों में से छह खाली है। दो केंद्र में सिर्फ आठ लोग रह रहे हैं। मध्य विद्यालय फुलवरिया में पांच एवं भाथा पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय हसनपुरा में तीन लोग रह रहे हैं। बताया गया कि उमवि हसनपुर में रहने वाले लोग दिन भर तो स्कूल के कमरे में रह लेते हैं पर रात में वे अपने घर चले जाते हैं।
क्वारंटाइन केंद्रों में सुविधा का घोर अभाव है। टूटे फूटे फर्श पर स्कूल के बेंच को जोड़कर बेड का रूप दिया गया है। कमरे की सफाई भी नहीं कराई गई है। बिछावन एवं भोजन सहित जरुरत के अन्य सामान अपने घर से लाने की विवशता है। फुलवरिया के मुखिया बड़ाई राय ने अपने यहां मवि फुलवरिया में रहने वालों के लिए भोजन के साथ ही साबुन आदि उपलब्ध कराया है। हालांकि पंचायत में बने क्वारंटाइन सेंटर पर होने वाले व्यय के लिए सरकार व जिला प्रशासन ने पंचम वित्त की राशि का उपयोग करने की अनुमति पंचायत को दी गई है। बाहर से आने वालों का नहीं है कोई आंकड़ा :
प्रखंड के विभिन्न गांवों में दूसरे प्रदेश से लौट कर आने वाले लोगों के बारे में प्रशासन के पास कोई जानकारी नहीं है। ऐसे लोगों का कोई आंकड़ा प्रखंड प्रशासन के पास नहीं है। बीडीओ अविनाश कुमार ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों के बारे में जानकारी मिलने पर उनकी स्वास्थ्य जांच कराने के बाद क्वारंटाइन केंद्र पर रहने के लिए प्रेरित किया जाता है। पर लोग यहां रहना नहीं चाहते। मकेर में बने क्वारंटाइन केंद्र :
राजेन्द्र विद्या मंदिर मकेर, मध्य विद्यालय फुलवरिया, उत्क्रमित.मध्य विद्यालय हसनपुर, मध्य विद्यालय हैजलपुर, मध्य विद्यालय कैतुका नंदन, उत्क्रमित मध्य विद्यालय.खलपुरा, उत्क्रमित.मध्य विद्यालय कैतुकालच्छी एवं राजकीय बुनियादी विद्यालय पीरमकेर
इनसेट
नगरा में बीडीओ ने किया क्वारंटाइन सेंटर का निरीक्षण
संवाद सूत्र नगरा : कोरोना वायरस के संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा संचालित पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर का बीडीओ श्रीनिवास ने निरीक्षण किया। इस दौरान वे लोगों का उत्साहवर्द्धन कर रहे है । बीडीओ श्रीनिवास ने सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां रह रहे लोगों को कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए वहीं रहने का ही निर्देश दिया । बीडीओ ने बताया कि कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी है। इससे बचाव के लिए लोगों को सोशल डिस्टेंसिग व लॉक डाउन का अनुपालन करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधि भी इस काम में जिला प्रशासन का सहयोग करें ताकि वैश्विक महामारी का प्रभाव हमारे जिले में नहीं हो। उन्होंने बाहर से फिलहाल में गांव आने वाले लोगों को क्वारंटाइन केंद्र में ही रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि गांव के लोगों को भी जागरूक होकर बाहर से आ रहे लोगों को पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में रखने के लिए पहल करने की जरूरत है। अपने परिवार एवं समाज तथा गांव के कल्याण के लिए लोगों को भी पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन केंद्र में रुककर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करने की आवश्यकता है। बताते चलें कि प्रखंड के दस क्वारंटाइन केंद्रों में से तीन पर ही दूसरे प्रदेश से आए लोग रह रहे हैं। इनमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय जगदीश में 13, अरवा कोठी मीडिल स्कूल पर 3 , राणा प्रताप उच्च विद्यालय रामपुर कला पर 3 लोग रह रहे हैं।