दीवाल पर स्वच्छता का नारा, सड़को पर पसरा है कूड़ा
मैं रखता हूं दो कूड़े दान , मैं रखता हूं छपरा को स्वच्छ, इसकी पोस्टर शहर के हर एक पोल एवं दीवार पर नगर निगम ने टंगवा तो दिया है।
By Edited By: Published: Mon, 29 Jan 2018 06:38 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jan 2018 04:37 PM (IST)
सारण। मैं रखता हूं दो कूड़े दान , मैं रखता हूं छपरा को स्वच्छ, इसकी पोस्टर शहर के हर एक पोल एवं दीवार पर नगर निगम ने टंगवा तो दिया है, लेकिन उसके उल्ट सड़को पर गंदगी का अंबार लगा हैं। शहर के अधिकांश चौक -चौराहो पर गली के मुहानी पर कूड़ो का अंबार लगा है। जिस पर सुअरो ने अपना आशियाना बना लिया है। यह स्थिति तब है जब छपरा में<ढ्डह्म> स्वच्छता सर्वेक्षण -2018 शुरू हो गया है। नगर निगम प्रशासन सिर्फ पोस्टर में ही स्वच्छता की बात कर रैं¨कग सुधारने में लगा है।<ढ्डह्म> सर्वेक्षण के पिछले साल के रिपोर्ट को देखते हुए इस बार निगम प्रशासन को मास्टर प्लान बनाकर चलने की जरूरत थी। लेकिन वार्ड पार्षदो को भी स्वच्छता रैं¨कग के बारे में कोई खास जानकारी नही है। <ढ्डह्म> पिछले साल तो स्वच्छता सर्वेक्षण में स्मार्ट सिटी का सपना देख रहे छपरा शहर स्वच्छता के मामले में प्रमंडल में भी अव्वल नही आ सका था। वह सिवान से भी पिछड़ गया था। स्वच्छता सर्वेक्षण में सिवान 376वें स्थान पर जबकि छपरा का स्थान 422 वे स्थान पर रहा। इतना ही नही देश के सबसे गंदे 15 शहर की रैं¨कग में छपरा 13 वें स्थान पर था। जिसमें सुधार के लिए स्वच्छता सर्वे 2018 में विशेष तैयारी होनी चाहिए लेकिन वह नही दिख रही है। <ढ्डह्म> है। हालांकि हरा एवं नीला कूड़ादान वार्ड के लोगो को जरूर दिया गया है। लेकिन वार्ड पार्षद को इस संबंध में कोई जानकारी नही दी गई है कि स्वच्छता सर्वे में क्या करना है। वार्ड में कैसे सफाई करनी है। छपर वासियो को आन लाइन फीडबैक देने के लिए स्वच्छता एप डाउन लोड करने को अपील तक नही की जा रही है। उल्लेखनीय हो कि केद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत केद्र ने एक लाख से अधिक आबादी वाले 434 शहरो का स्वच्छता सर्वेक्षण करा रहा हैं। इस दौरान स्वच्छता जांच करने आई टीम ने शहर के विभिन्न मुहल्लो में घूमकर सफाई की स्थित को देखेगी। इस दौरान वह स्थानीय लोगो से बातचीत भी करेगी। वह खुले में शौच से लेकर कहां कूड़ा फेका जाता है, कचरे की प्रोसे¨सग और डिस्पोजल की भी जानकारी लेगी। इसके साथ ही नगर निगम में डाटा की स्थिति, लोगो से फीडबैक एवं नप के कर्मचारियो के कार्य करने के तरीके का सर्वे होगा। उसके बाद छपरा शहर की रैं¨कग की जाएगी। <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> एक हजार अंक केवल आपके जवाब से मिलेंगे<ढ्डह्म> छपरा : स्वच्छता सर्वेक्षण 2008 के प्रतियोगिता में केद्र सरकार की क्वालिटी कंट्रोल आफ इंडिया की टीम सफाई व्यवस्था एवं कचरा प्रबंध की जानकारी लेगी। टीम 10 जनवरी तक छपरा आ सकती है। वह खुले में शौच एवं शौचालय निर्माण की जानकारी लेगी। वह शहर के विभिन्न वार्डों शहर में घूम -घूमकर लोगो से व्यवस्था संबंधित जानकारी लेगी। जिसमें एक हजार नंबर सिर्फ उनके पूछे गये सवालो का अगर छपरा वासी साकारात्मक जवाब देंगे तो मिल जाएगा। <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> स्वच्छता एप डाउनलोड करने की अपील<ढ्डह्म> छपरा : छपरा वासियो को मोबाइल फोन पर स्वच्छता एप डाउनलोड करने की अपील की जा रही है। अगर कही है गंदगी दिखें तो एप के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकते है। नगर निगम प्रशासन को इस दिशा में प्रयास कर रही है शहर में विभिन्न जगहो पर कूड़ादान लगानी चाहिए। जागरूकता फैलाने के लिए शहर में जगह -जगह जागरूकता पोस्टर भी लगाया गया है। जिस पर हेल्पलाइन<ढ्डह्म> नंबर अंकित है। शहर वासियो के प्रतिक्रिया के लिए टॉल फ्री नंबर 1969 अंकित किया गया है।<ढ्डह्म> <ढ्डह्म> शहर को इन पांच आधार पर दी जाएगी रैं¨कग<ढ्डह्म> -कचरा कलेक्शन, झाडू और सफाई - 40 फीसदी<ढ्डह्म> -कचरे की प्रोसे¨सग और डिस्पोजल - 20 फीसदी <ढ्डह्म> - खुले में शौच और टायलेट - 30 फीसदी <ढ्डह्म> -जानकारी, शिक्षा व बदलाव - 05 फीसदी<ढ्डह्म> -ई लार्निग पोर्टल - 05 फीसदी<ढ्डह्म> <ढ्डह्म> पूछे जायेंगे ये सवाल -जवाब हां होगा तो मिलेगा अंक <ढ्डह्म> -क्या आप जानते है कि आपका शहर स्वच्छता सर्वेक्षण -2018 में भाग ले रहा है, अंक -175<ढ्डह्म> -क्या आपका क्षेत्र पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा साफ है, अंक-175<ढ्डह्म> -इस साल क्या आपने सार्वजनिक क्षेत्रो में कूडे़ के डिब्बे का उपयोग शुरू कर दिया है, अंक 150<ढ्डह्म> -क्या आप इस वर्ष अपने घर से अलग -अलग कूड़ा गीला व सूखा संग्रह कार्य से संतुष्ट है, अंक 175<ढ्डह्म> -क्या आपको लगता है पिछले वर्ष की तुलना में खुले में पेशाब, शौच करने वालो की संख्या कम हुई है -अंक 150<ढ्डह्म> -क्या सामुदायिक शौचालय या सार्वजनिक शौचालय अब अधिक साफ और सुलभ है - 175<ढ्डह्म> <ढ्डह्म> शहरवासियो की सुने :<ढ्डह्म> <ढ्डह्म> छपरा शहर को इस बार भी अच्छी रैंकिग नही आएगी। नगर निगम प्रशासन सफाई पर कोई ध्यान नही दे रहा है। जिसके कारण रै¨कग में सुधार संभव नही है। इस दिशा में प्रयास करने की जरूरत है।<ढ्डह्म> डॉ.वंदना<ढ्डह्म> <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> छपरा शहर के दालदली बाजार मोहल्ले में नाले का पानी सड़को पर बह रहा है। कूड़ो का अंबार मुहल्ले में लगा हुआ है। <ढ्डह्म> सलोनी कुमारी<ढ्डह्म> <ढ्डह्म> सफाई के लिए वार्ड पार्षद, नगर निगम प्रशासन, स्थानीय विधायक से सफाई के लिए गुहार लगाई लेकिन कूड़ा साफ नही हुआ। <ढ्डह्म> सुनील कुमार <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> शहर के मौना गोला रोड़ में गली के मुहाने पर कूड़ो का अंबार लगा हुआ है। वहां कूड़ा कभी उठता ही नही है। नाले का गंदा पानी सड़क पर बहता हैं। <ढ्डह्म> सुनील कुमार <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> सड़को पर बहता रहता है। ऐसे में स्वच्छता रैं¨कग में सुधार संभव नही है। <ढ्डह्म> राजू प्रसाद <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> शहर के अधिकांश गली व मोहल्ले में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नगर निगम प्रशासन प्रतिदिन शहर की सफाई नही करता है। ऐसे में स्वच्छता रैं¨कग 2018 में सुधार संभव नही दिखा रहा है। इस दिशा में प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है। <ढ्डह्म> राजू प्रसाद<ढ्डह्म> <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> बोली मेयर : <ढ्डह्म> पिछले साल से हमारी रै¨कग अच्छी हो इसके लिए नगर निगम प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। शहर को साफ -सुथरा किया जा चुका है। लोगो से भी अपील की जा रही है कि वे स्वच्छता सर्वे में सहयोग करें । <ढ्डह्म> प्रिया देवी, मेयर <ढ्डह्म> नगर निगम,छपरा
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