भेल्दी में विश्व कल्याण के उद्देश्य से होने वाले नौ दिवसीय अष्टयाम की पूर्णाहुति
छपरा। विश्व कल्याण के उद्देश्य से भेल्दी के सरॉय बॉक्स स्थित श्री राधे कृष्णा मन्दिर में चल रहे नौ दिवसीय भव्य अखण्ड अष्टयाम की पूर्णाहुति बुधवार को दोपहर में आचार्यो ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कराया।
छपरा। विश्व कल्याण के उद्देश्य से भेल्दी के सरॉय बॉक्स स्थित श्री राधे कृष्णा मन्दिर में चल रहे नौ दिवसीय भव्य अखण्ड अष्टयाम की पूर्णाहुति बुधवार को दोपहर में आचार्यो ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कराया। इससे पूर्व मन्दिर में पूजन तथा सामूहिक हवन हुई। आरती और हवन में भाग लेने को भक्तों के भीड़ उमड़ पड़ी। महिला और पुरुष श्रद्धालुओं ने मन्दिर में राधे कृष्ण शिव परिवार और राम लक्ष्मण हनुमानजी की पूजन के बाद अष्टयाम की परिक्रमा करते हुए Xह्नह्वश्रह्ल;हरे राम हरे राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरेXह्नह्वश्रह्ल; महामंत्र के जाप की।
उसके बाद श्रद्धालु भक्त सन्त श्रीधर बाबा के आर्शीवाद ली। पूर्णाहुति के बाद भव्य भण्डारा आयोजित हुई। दूर दराज से आए सन्त महात्मा की विदाई दी गई। पूर्णाहुति के बाद श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए महाराज ने कहाकि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म संसार में व्याप्त अधर्म, पाप व अत्याचार को समाप्त करने के लिए हुआ था। जन्म के बाद बाल लीलाओ के माध्यम से ही भगवान श्रीकृष्ण ने पापियों का अंत करना प्रारम्भ कर दिया था। उन्होंने दीन-दुखियों की रक्षा की तथा दुष्टों का संहार किया। कृष्ण जन्म की कथा का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि भागवत कथा के दौरान मिलने वाले ज्ञान को आत्मसात करने वाला व्यक्ति सदैव खुश रहता है। कथा का श्रवण करने से खुशहाली आती है और प्राकृतिक आपदाओं एवं विभिन्न कष्टों से मुक्ति मिलती हैं।