विद्यालय में जाकर मेडिकल टीम करेगी छात्रों के स्वास्थ्य की जांच
जिले के सभी विद्यालयों तथा आंगनवाड़ी केंद्रों में जाकर छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य की जांच मेडिकल टीम करेगी। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयुष चिकित्सकों को 5 दिनों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
जासं, छपरा : जिले के सभी विद्यालयों तथा आंगनवाड़ी केंद्रों में जाकर छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य की जांच मेडिकल टीम करेगी। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयुष चिकित्सकों को 5 दिनों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
सोमवार को जिला स्वास्थ समिति के सभागार में प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ ललित मोहन प्रसाद ने किया। उन्होंने कहा कि बच्चे हमारे राष्ट्र के भविष्य हैं। बच्चे जब स्वस्थ होंगे, तभी हमारा राष्ट्र स्वस्थ बनेगा। बीमारी होने के बाद इलाज तो, किया जाता है लकिन सरकार की योजना है कि बीमारी होने के पहले ही उसकी पहचान कर ली जाए। बीमारी रोकने के लिए समय से पहले उसकी जांच व पहचान जरूरी है। उन्होंने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों तथा सभी विद्यालयों में बच्चों की जांच कर उनमें पाई जाने वाली सभी तरह की बीमारियों की पहचान करना है। और उसे पूरी तरह ठीक करने के लिए उपचार की सभी सुविधाएं सरकारी स्तर पर उपलब्ध कराना है। इसके लिए जिले के सभी 20 प्रखंडों में मोबाइल टीम का गठन किया गया है। चरणबद्ध तरीके से सभी आयुष चिकित्सकों तथा पारा मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
सीएसस ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत रेफर किए गए बच्चे को देश के किसी भी उच्च मेडिकल संस्थान में नि:शुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी । इस अवसर जिला समन्वयक डा अमरेंद्र कुमार ¨सह, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा विजय कुमार ¨सह, प्रशिक्षक डा विकास कुमार ¨सह, डॉ मो अली, डॉ गुंजन कुमार के अलावा डॉ रूपेश पांडेय, डॉ अमित कुमार, डॉक्टर संतोष कुमार गुप्ता, डॉ अमरजीत कुमार,डा रंजीत कुमार डीसीएम विजेंद्र कुमार ¨सह आदि ने भाग लिया। प्रशिक्षण में तरैया, गड़खा, मशरक, छपरा, सदर, लहलादपुर, बनियापुर तथा इसुआपुर प्रखंडों के चिकित्सक शामिल हुए। प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन 15 फरवरी को किया जाएगा।