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जेपी विश्वविद्यालय में खत्म हो गई जेनरल कोर्स की पढ़ाई

जयप्रकाश विश्वविद्यालय में एक झटके में ही जेनरल कोर्स की पढ़ाई खत्म कर दी गई। इसके कारण छपरा, सिवान एवं गोपालगंज के हजारों छात्र-छात्राएं जो इंटर में तृतीय श्रेणी से पास हुए है और उनका किसी भी विषय में 45 प्रतिशत अंक नहीं है, वे उच्च शिक्षा प्राप्त होने से वंचित हो गए है। जबकि इस वर्ष अधिकांश छात्र-छात्राएं तृतीय श्रेणी से पास हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Sep 2018 10:29 PM (IST)Updated: Sun, 09 Sep 2018 10:29 PM (IST)
जेपी विश्वविद्यालय में खत्म हो गई जेनरल कोर्स की पढ़ाई
जेपी विश्वविद्यालय में खत्म हो गई जेनरल कोर्स की पढ़ाई

जागरण संवाददाता, छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय में एक झटके में ही जेनरल कोर्स की पढ़ाई खत्म कर दी गई। इसके कारण छपरा, सिवान एवं गोपालगंज के हजारों छात्र-छात्राएं जो इंटर में तृतीय श्रेणी से पास हुए है और उनका किसी भी विषय में 45 प्रतिशत अंक नहीं है, वे उच्च शिक्षा प्राप्त होने से वंचित हो गए है। जबकि इस वर्ष अधिकांश छात्र-छात्राएं तृतीय श्रेणी से पास हुए हैं। यह सब

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बीएसईबी के ओएफएसएस के तहत स्नातक में नामांकन कराने वाले परीक्षार्थियों को सिर्फ ऑनर्स विषय में नामांकन के लिए कॉलेज एलॉट किये जाने के कारण हो रहा है। क्योंकि ओएफएसएसमें जेनरल कोर्स के लिए कोई विकल्प ही नहीं दिया गया था। छात्र-छात्राओं ने विकल्प नहीं मिलने के कारण जिस विषय में अधिक नंबर था, उसमें पढ़ाई के लिए आवेदन कर दिया। वहां से कॉलेज भी मिल गया लेकिन कॉलेज प्रशासन ने विश्वविद्यालय का नियम बताकर नामांकन लेने से उन्हें वंचित कर दिया है। एक छात्र राजेश कुमार ने बताया कि इस संबंध में उनके द्वारा ओएफएसएस के हेल्प लाइन पर शिकायत भी की गयी लेकिन उसके बाद भी जेनरल कोर्स के लिए कोई विकल्प नहीं दिया गया। जबकि पहले जिन विद्यार्थियों को किसी भी विषय 45 फीसदी अंक नहीं है तो वैसे विद्यार्थी का जनरल कोर्स में नामांकन लिया जाता था, उसमें अधिकांश थर्ड डिविजन से पास विद्यार्थी होते थे। लेकिन ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट से आवेदन के दौरान जनरल कोर्स का जिक्र तक नहीं था। इसके कारण ऐसे विद्यार्थियों का उच्च शिक्षा ग्रहण करने का सपना टूट रहा है।

कॉलेज तो आवंटित कर दिया लेकिन नामांकन कैसे लें

नंदलाल ¨सह कॉलेज के प्राचार्य डा. केपी श्रीवास्तव कहते हैं कि ओएफएसएस के तहत नामांकन में जनरल कोर्स का कोई जिक्र तक नहीं है। हालांकि थर्ड डिविजन से पास विद्यार्थियों के नामांकन के लिए भी कॉलेज एलॉट कर दिया गया है। जिनका किसी भी विषय में 45 फीसदी अंक नहीं है, ऐसे विद्यार्थियों का नामांकन नहीं लिया जा रहा है। नंदलाल ¨सह कॉलेज दाउदपुर में नेहा कुमारी का इतिहास विषय में करने के लिए नाम आया है, जबकि नेहा ने प्लस टू में भूगोल, मनोविज्ञान एवं गृह विज्ञान विषय से पढ़ाई की ऐसे में इतिहास प्रतिष्ठा विषय में उनका नामांकन कैसे होगा। रामजयपाल कॉलेज में मनोविज्ञान विभाग में प्रीति कुमारी को 41, हिन्दी में पायल कुमारी ¨सह का 44, खुशबू कुमारी का 42 फीसदी अंक पर ही नामांकन के लिए लिस्ट में नाम आ गया है। जबकि ऑनर्स के लिए 45 फीसदी अंक इस विषय में होना अनिवार्य है। ओएफएसएस

से ऐसे छात्र -छात्राओं को मोबाइल पर मैसेज भेजकर एवं ईमेल से नामांकन की सूचना भेजी गयी थी।

लेकिन वे कॉलेज में आ रहे है तो उन्हे पता चल रहा है कि उनका नामांकन नहीं हो सकेगा। ओफएसएस के नोडल पदाधिकारी डॉ. अनमोल ठाकुर ने बताया कि जेनरल कोर्स में नामांकन के संबंध में विश्वविद्यालय स्तर से बात में निर्णय लिया जा सकता है।


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