गंगा गीत यज्ञ में संस्कार गीतों का हुआ ²श्यांकन
गंगा एवं ठोरा नदी के संगम पर स्थित विश्वामित्र ग्राम में गंगा गीत यज्ञ का सातवां दिन पूर्ण हो गया। सुबह 7:00 बजे पूर्वान्ह में पुरुष सूक्त, नदी सूक्त एवं गायत्री मंत्र के वैदिक मंत्रोच्चार से गंगा गीत यज्ञ की शुरुआत हुई।
जागरण संवाददाता, बक्सर : गंगा एवं ठोरा नदी के संगम पर स्थित विश्वामित्र ग्राम में गंगा गीत यज्ञ का सातवां दिन पूर्ण हो गया। सुबह 7:00 बजे पूर्वान्ह में पुरुष सूक्त, नदी सूक्त एवं गायत्री मंत्र के वैदिक मंत्रोच्चार से गंगा गीत यज्ञ की शुरुआत हुई। सुबह की पाली में संस्कार गीत की श्रृंखला में विवाह संस्कार की रस्म, माटी कोड़ना, हल्दी लगाना, पोखरा खोदना, स्नान और नजर उतारना के गीतों को ²श्यांकित किया गया। शाम की पाली में खिलौना, झूमर, बघावा, देवता जगाना और शगुन उठाना के गीतों को ²श्यांकित किया गया। ²श्यांकन टीम के सदस्यों में मुख्य रूप से निलय उपाध्याय, संवाद पक्ष के डायरेक्टर मंगलेश मुफलिस, कला पक्ष के डायरेक्टर ओ पी पांडेय, स्क्रिप्ट हेड संजीव कुमार तिवारी, एक्शन डायरेक्टर रंगकर्मी अजय साह, क्रिएटिव टीम के सदस्य समीर तिवारी, दिगंबर द्विवेदी, कैमरामैन विशाल कुमार और अंकित शर्मा Xह्नह्वश्रह्ल;राहुलXह्नह्वश्रह्ल;, रूप सज्जा मनोज श्रीवास्तव, सहित लोकेशन के सदस्य के रूप में भोला, महेश और राजकुमार उपस्थित रहे। संस्कार गीतों का गायन भोजपुरी लोकगीतों की विकिपीडिया कही जाने वाली रेखा तिवारी और भोजपुरी क्षेत्र की स्वर कोकिला चंदन तिवारी के नेतृत्व में मल्लाह चकिया से आई औरतों की एक टोली ने किया। कुदर बेंट गीतों के गायन में सहभागिता करने वाली औरतों में मुख्य रूप से सरिता देवी, सरस्वती देवी, शामदेई देवी, देव मुनिया देवी, उर्मिला देवी, मीरा देवी, अमरावती देवी और लखपतिया देवी आदि ने कोरस के रूप में भाग लिया।