मशरक-दुरौंधा रेलखंड पर 120 किमी प्रति घंटा की स्पीड से चली सीआरएम स्पेशल ट्रेन
सारण। मशरक-महाराजगंज-दुरौंधा रेलखंड का शनिवार को मुख्य सुरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ सारण। मशरक-महाराजगंज-दुरौंधा रेलखंड का शनिवार को मुख्य सुरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ खान ने निरीक्षण किया। निरीक्षण को ले मशरक स्टेशन पहुंचे अधिकारियों में रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वी परिक्षेत्र मो. लतीफ खां मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण आर के.यादव मुख्य विद्युत इंजीनियर एके शुक्ला एवं मंडल रेल प्रबंधक वाराणसी वीके पंजियार समेत कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी थे।
सारण। मशरक-महाराजगंज-दुरौंधा रेलखंड का शनिवार को मुख्य सुरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ खान ने निरीक्षण किया। निरीक्षण को ले मशरक स्टेशन पहुंचे अधिकारियों में रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वी परिक्षेत्र मो. लतीफ खां, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण आर के.यादव, मुख्य विद्युत इंजीनियर एके शुक्ला एवं मंडल रेल प्रबंधक, वाराणसी वीके पंजियार समेत कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी थे। मशरक जंक्शन पर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक पदाधिकारी एवं डीआरएम ने नारियल फोड़ कर विद्युत इंजन वाले ट्रेन के परिचालन का शुभारंभ किया। उसके बाद मशरक - महाराजगंज - दुरौंधा रेलखंड पर सीआरएस ने विद्युतीकरण के कार्यों का निरीक्षण करने के दौरान मशरक से 120 किमी प्रति घंटा के स्पीड में मशरक जंक्शन से सीआरएस एस्पेशल ट्रेन चली। जो महाराजगंज होते हुए दुरौंधा जंक्शन गई। इस रेलखंड के विद्युतीकरण का कार्य हाल ही में पूरा किया गया है। मुख्य संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के बाद इस रेलखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों के परिचालन का रास्ता साफ हो जाएगा। एक वर्ष पहले मशरक जंक्शन - दुरौंधा जंक्शन रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया था। इस रेलखंड के विद्युतीकरण के इलेक्ट्रिक इंजन वाले ट्रेनों का परिचालन शुरू होने से ग्रामीण इलाकों के यात्रियों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी। पहले अंग्रेजी शासन काल में दुरौंधा से महाराजगंज के बीच छोटी रेल लाइन की ट्रेनों का परिचालन होता था। बाद के दिनों में इस रेल लाइन को बंद कर दिया गया था। तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार ने मशरक-महाराजगंज नई रेल लाइन निर्माण कार्य का शुभारंभ किया था । इसके पूर्व महाराजगंज-दुरौधा रेल लाइन पर ट्रेन सेवा कार्य का शुभारंभ किया था। फिलहाल इस रेलखंड के बड़ी रेल लाइन में परिवर्तित करने के बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया। अब इसके विद्युतीकरण हो जाने से ट्रेनों के परिचालन में काफी सुधार होने की आशा है।