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समारोहपूर्वक मनाई गई स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती

मढ़ौरा । भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी एवं बिहार राज्य किसान सभा की मढ़ौरा प्रखंड इकाई के तत्वावधान में महान स्वतंत्रता सेनानी व किसानों तथा दलितों के मसीहा स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती प्रखंड के बहुआरा पट्टी गांव के सिपाही नगर में समारोह पूर्वक मनाई गई। समारोह की अध्यक्षता अधिवक्ता भरत प्रसाद सिंह ने की ।

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Mar 2021 05:20 PM (IST)Updated: Thu, 11 Mar 2021 05:20 PM (IST)
समारोहपूर्वक मनाई गई स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती
समारोहपूर्वक मनाई गई स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती

मढ़ौरा । भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी एवं बिहार राज्य किसान सभा की मढ़ौरा प्रखंड इकाई के तत्वावधान में महान स्वतंत्रता सेनानी व किसानों तथा दलितों के मसीहा स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती प्रखंड के बहुआरा पट्टी गांव के सिपाही नगर में समारोह पूर्वक मनाई गई। समारोह की अध्यक्षता अधिवक्ता भरत प्रसाद सिंह ने की । किसान, मजदूर, ग्रामीण दस्तकारों ने स्वामीजी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की । मौके पर स्वामी जी अमर रहे ,किसान आंदोलन जिदाबाद ,जो अन्न वस्त्र उपजाएगा वहीं कानून बनाएगा, यह भारतवर्ष उसी का है वहीं शासन चलाएगा, 24 मार्च को पटना चलो जैसे नारे लगाए गए। आगत अतिथियों का स्वागत प्रोफेसर मोहम्मद रजाक हुसैन ने किया। भाकपा के जिला सचिव रामबाबू सिंह ने कहा कि स्वामी जी किसानों दलितों एवं मजदूरों के प्राण थे । उन्होंने एक सन्यासी के रूप में जमींदारों के खिलाफ 1928 में पश्चिमी पटना किसान सभा,1929 में बिहार राज्य किसान सभा एवं 1936 में अखिल भारतीय किसान सभा का गठन कर किसानों के आजादी के आंदोलन से जुड़ने का कार्य किया । वे जीवन पर्यंत किसानों के मसीहा के रूप में कार्यरत रहे। उनके आंदोलन के कारण बिहार में सबसे पहले •ामींदारी प्रथा का अंत हुआ। इसके लिए वे हमेशा याद किए जाएंगें। शिक्षक नेता चुल्हन प्रसाद सिंह ने कहा कि स्वामीजी के किसान आंदोलन की प्रेरणा से देश में ऐतिहासिक किसान आंदोलन छिड़ा हुआ है और देश की राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर लाखों किसान तीन कृषि कानूनों की वापसी के लिए धरना दे रहे हैं । इस दौरान में 200 से ज्यादा किसान शहीद हो गए हैं। स्वामी जी को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम अपने यहां किसान आंदोलन को तीव्र कर केंद्र सरकार को तीनों कानून वापस करने को मजबूर करें। समारोह में किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि दी गई । समारोह को संबोधित करने वालों में किसान सभा के जिला सचिव हरिबल्लभ सिंह ,पूर्व मुखिया अमरेंद्र सिंह, मुखिया प्रतिनिधि हर्षव‌र्द्धन , बीरेंद्र प्रसाद सिंह, भरत राय, प्रेम सुंदर मांझी, सुरेश सिंह, सदानंद सिंह, मुखिया पप्पू सिंह, पशुपति सिंह, जमादार राय, अजय कुमार यादव, संजय कुमार, विजय राय, श्यामबाबू कुमार, डॉ नुसरत अली, इमरान अली आदि प्रमुख थे।

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