पीजी में नामांकन शुल्क बढ़ाने पर कुलपति का पुतला फूंका
छपरा । जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पीजी प्रथम सेमेस्टर(सत्र-2016-18) में नामांकन शुल्क दुगुना से अधिक बढ़ने पर आरएसए से जुड़े छात्राओं ने बुधवार को नगर पालिका चौक पर कुलपति प्रो. हरिकेश ¨सह का पुतला फूंका।
छपरा । जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पीजी प्रथम सेमेस्टर(सत्र-2016-18) में नामांकन शुल्क दुगुना से अधिक बढ़ने पर आरएसए से जुड़े छात्राओं ने बुधवार को नगर पालिका चौक पर कुलपति प्रो. हरिकेश ¨सह का पुतला फूंका। पुतला दहन के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए छात्र नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्नतकोत्तर कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय में नामांकन शुल्क बेतहाशा वृद्धि की है। कला मानविकी एवं वाणिज्य संकाय में पहले 710 रूपया एवं विज्ञान संकाय में 910 रूपया लगता था। जिसे बढ़ा कर कला मानविकी एवं वाणिज्य संकाय में 2220 रूपया एवं विज्ञान संकय में चार हजार 50 रूपया कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने राजभवन के जिस पत्र का हवाला देकर शुल्क में बेहताशा वृद्धि की है। उसमें सत्र 2014-15 अंकित है। राजभवन के इस आदेश को विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो सत्रों में नहीं लागू किया। अब अचानक कला, मानविकी एवं वाणिज्य संकाया में 1240 एवं विज्ञान संकाय में 2800 रूपया अधिक लिया जाता है। इतना नहीं छात्र-छात्राओं से मिसलेनियस के रूप में अवैध वसूली करने की तैयारी की जा रही है, जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। शुल्क वृद्धि होने से छपरा, सिवान एवं गोपालगंज के गरीब छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो जायेंगे। इसलिए विश्वविद्यालय प्रशासन को अविलंब शुल्क वृद्धि वापस लेनी चाहिए। इस मौके पर विवेक कुमार विजय, विशाल ¨सह, गुलशन यादव, रणवीर ¨सह, सोनल कुमारी, मनीष कुमार, पूनम कुमारी, राजेश रंजन कुमार, सचिन कुमार, रितू कुमारी, रानी कुमारी, हेमनंदन, अमरेंद्र कुमार ¨सह, कवि यादव, केशव कुमार, गुनगुन कुमार, रोहित कुमार, रूपेश यादव, विवेक कुमार, आदि मौजूद थे।
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पीसी साइंस कॉलेज के प्राध्यापक मोहन राम का निधन
छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के अंगीभूत इकाई पीसी विज्ञान विभाग के हिन्दी के प्राध्यापक डा. मोहन राम का बुधवार की सुबह हृदय गति रूक जाने से निधन हो गया। वे अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र, दो पुत्रियों समेत नाती-पोता का भरा पूरा परिवार छोड़ गए है। उनके निधन की सूचना मिलने पर कॉलेज में शोक की लहर दौड़ गयी। पीसी साइंस कॉलेज के प्राचार्य डा. शंभु कुमार एवं दर्शनशास्त्र के विभागाध्यक्ष डा. योगेंद्र प्रसाद यादव ने उनके निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया है। कॉलेज में शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा में कृषाणू घोष, प्रशांत कुमार, अनुज कुमार, डा. एमएच सिद्दिकी, स्मिता पांडेय, मेहंदी रजा, शशिकांत कुमार, अमर नाथ ¨सह, रवि गौरव, मुकेश ¨सह आदि मौजूद थे। रामजयपाल कॉलेज में भी प्राचार्य डा. सिद्धार्थ शंकर ¨सह की अध्यक्षता में शोक सभा का आयोजन किया गया। महाविद्यालय परिवार की ओर से शोक संवेदना प्रगट किया गया। नंदलाल ¨सह कॉलेज, दाउदपुर के प्राचार्य डा. केपी श्रीवास्तव एवं प्रभुनाथ कॉलेज परसा के प्राचार्य डा. पुष्प राज गौतम ने डा. मोहन राम के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया। इस मौके पर डा. राम प्रसाद यादव, डा. प्रेमचंद्र यादव, डा. कपिलदेव ¨सह, डा. गुण सागर, डा. इरफान अली, डा. राकेश कुमार यादव, डा. अमृत लाल, डा. अभिषेक, आलोक कुमार, देवेश कुमार, विभूति कुमार आदि मौजूद थे। इनसेट :
रामजयपाल कॉलेज में नहीं हुआ प्रैक्टिकल एग्जाम, हंगामा
छपरा : रामजयपाल कॉलेज में बुधवार को स्नातक प्रथम खंड के सब्सिडियरी वनस्पति शास्त्र विषय की प्रायोगिक परीक्षा नहीं होने पर परीक्षार्थियों ने हंगामा किया। परीक्षार्थियों के हंगामे के कारण कॉलेज में कुछ देर के लिए अफरा -तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। आक्रोशित परीक्षार्थियों का कहना था कि विश्वविद्यालय प्रशासन दो दिन ही प्रायोगिक परीक्षा कराने की तिथि प्रकाशित किया है। परीक्षा केंद्र पर आने परीक्षा स्थगित होने की बात कही जा रही है। कॉलेज प्रशासन प्रायोगिक परीक्षा कराने के दिशा में कोई प्रयास नहीं कर रहा है। परीक्षार्थियों के हंगामा के बाद प्राचार्य डा. सिद्धार्थ शंकर ¨सह ने इसकी सूचना विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग को दिया कि उनके कॉलेज में प्रायोगिक परीक्षा लेने के नियुक्त परीक्षक डा. प्रेम सागर सिन्हा, एवं डा. कुमारी संगीता नहीं आयी है। जिसके कारण परीक्षा स्थगित कर दिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने 15 सितंबर को राम जयपाल कॉलेज में प्रायोगिक परीक्षा लेने के लिए डा. पीसी गुप्ता को नियुक्त किया गया हैं। कॉलेज प्रशासन ने यह सूचना नोटिस बोर्ड पर चस्पा कराया तब जाकर परीक्षार्थी शांत हुए। इनसेट :
शिक्षकों को पता नहीं की विवि ने नियुक्त किया है परीक्षक
छपरा : पूर्वोतर रेलवे कॉलेजों सोनपुर के वनस्पति शास्त्र के शिक्षक डा. प्रेम सागर सिन्हा एवं डा. कुमारी संगीता को विश्वविद्यालय प्रशासन ने रामजयपाल कॉलेज में प्रैक्टिकल एग्जाम लेने के लिए परीक्षक नियुक्त किया था। लेकिन जब वह रामजयपाल कॉलेज में प्रायोगिक परीक्षा लेने नहीं आएं तो प्राचार्य डा. सिद्धार्थ शंकर ¨सह ने दूरभाष पर उनसे बात किया तो उन्होंने बताया उन्हें यह जानकारी ही नही कि रामजयपाल कॉलेज में प्रायोगिक परीक्षा लेने के लिए नियुक्ति एक्सटर्नल एवं इंटर्नल के रूप में की गयी है। विश्वविद्यालय शिक्षकों को प्रैक्टिकल एग्जाम में परीक्षक नियुक्त करता है, लेकिन उन्हें सूचना तक नहीं देता है। जिसके कारण कॉलेज में हंगामा होता हैं। उल्लेखनीय हो कि रामजयपाल कॉलेज में वनस्पति शास्त्र के 107 परीक्षार्थियों का एग्जाम होने वाला था, लेकिन परीक्षक के नहीं आने के कारण परीक्षा नहीं हो सकी।