छपरा नगर सरकार में काबिज हुए 32 नए चेहरे
छपरा नगर निगम चुनाव में मतदाताओं ने विकास पर वोट दिया है। जिसका नतीजा यह हुआ ह
सारण। छपरा नगर निगम चुनाव में मतदाताओं ने विकास पर वोट दिया है। जिसका नतीजा यह हुआ है कि अधिसंख्य सीटों पर नए चेहरे चुनाव जीत कर सदन में पहुंचे हैं। नगर निगम चुनाव में वही प्रत्याशी दूसरी बार चुनाव जीते है जो वार्ड में विकास किये है या वे मतदाताओं के सुख -दुख में हमेशा साथ खड़े रहते है, कई वार्ड पार्षद तीसरे या चौथे नंबर पर चले गए है। नगर निगम चुनाव में 45 सीटों में 32 नए चेहरे चुनाव जीते है। वहीं मात्र 13 पुराने चेहरे ही जीत पाए है। इतना नहीं इस बार कई ऐसे वार्ड पार्षद भी चुनाव हार गये है। जिन्हें हारने की कोई कल्पना भी नहीं कर रहा था। जीते वार्ड पार्षदों ने कहा कि वार्ड का विकास उनकी पहली प्राथमिकता होगी। वार्ड के जनता के उम्मीदों को पूरा करेंगे।
मतदाताओं ने युवा प्रत्याशियों पर किया भरोसा
छपरा : छपरा नगर निगम चुनाव में मतदाताओं ने युवा चेहरे को ज्यादा पसंद किया है, जिसके कारण चुनाव में ज्यादा युवा प्रत्याशी ही चुनाव जीत सके है। इतना ही नहीं दूसरे नंबर भी युवा प्रत्याशी ही थे। नगर निगम चुनाव में युवा प्रत्याशी ही मतदाताओं की पहली पसंद थे। मतदाताओं ने वार्ड -10 से रेखा देवी चौहान 14 से संजीव रंजन, 15 से विष्णु गुप्ता, 16 से उदय कुमार ¨सह, 20 से विकास कुमार सैनी, 22 से रामाकांत ¨सह, 24 से अनिल कुमार बैठा, 33 से कृष्ण कुमार शर्मा, 35 प्राण कुमार चंद्रवंशी, एवं 34 से प्रिया देवी को चुना है, जो युवा चेहरा है। इतना ही नहीं चुनाव में दूसरे स्थान पर ही युवा चेहरा रहा। जिसमें बबिता देवी, पीयूष कुमार आदि है। नगर निगम चुनाव में मतदाता विकास के साथ जात दोनों को मिलाकर वोट किया है। इस चुनाव में सिर्फ जात की राजनीति करने वाले प्रत्याशी हार गए है।
पत्नी ने पति की तो, पति ने पत्नी की बचाई राजनीति विरासत
छपरा : नगर निगम चुनाव में किसी वार्ड में पत्नी ने पति की तो कही पति ने पत्नी राजनीति विरासत को बचाया। वार्ड संख्या 27 में रीना देवी ने की जगह उनके पति शंभु बैठा ने चुनाव लड़ा था। वे चुनाव जीत गए है। वार्ड संख्या 25 से वार्ड पार्षद शिव बली की जगह उनकी पत्नी गीता देवी चुनाव लड़ी थी। वे अपने पति की विरासत को बचा ली है। इसी तरह वार्ड संख्या -18 से विक्रम ¨सह की जगह उनकी पत्नी रंजना ¨सह चुनाव लड़ कर अपने पति के सीट को बचा लिया है। वही वार्ड संख्या 8 से निर्मला देवी ने अपने पति की राजनीति विरासत को बचा कर सदन में पहुंची है। इसकी चर्चा वार्ड में खूब हो रही है। पत्नी जीत पर पति एवं पति की जीत पत्नी खुशी मना रही है।
मुन्ना अंसारी तीन वोट से चुनाव जीते
छपरा : नगर निगम चुनाव में कई वार्ड के मतगणना के दौरान प्रत्याशियों एवं उनके अभिकर्ता के सांस थम जा रही थी। वार्ड संख्या 28 में मुन्ना अंसारी ने तीन वोट से सोनी देवी का हराया।
मुन्ना अंसारी को कुल वोट 320 एवं सोनी देवी को कुल वोट 317 मिले आए थे। सोनी देवी के एजेंट ने पुन: मूल्यांकन कराने की मांग की लेकिन इसे खारिज कर दिया गया। वही वार्ड संख्या दस से रेखा देवी चौहान ने बबीता देवी को 13 वोट से हराया दिया रेखा देवी को 762 एवं बबीता देवी को 749 वोट मिला। इसी तरह वार्ड 31 से प्राण कुमार चंद्रवंशी को 443 एवं पीयूष आनंद को 392 पीयूष प्राप्त हुआ। पीयूष 51 वोट से चुनाव हार गये। नगर निगम चुनाव में करीब दस वार्ड में जीत का अंतर एक सौ दो सौ के बीच था।
वार्ड 43 से प्रिया एक हजार 132 वोट से जीती
छपरा :छपरा नगर निगम चुनाव में सबसे ज्यादा वोट से जितने का रिकार्ड बड़ा तेलपा निवासी ¨मटू ¨सह की पत्नी प्रिया देवी ने बनाया है। वे वार्ड संख्या 43 से अपने प्रतिद्वंद्वी अनीता देवी को एक हजार 132 वोट से हराया है। पहली बार नगर निगम का चुनाव लड़ रही प्रिया देवी को 1926 मत मे से अकेले 1395 वोट मिला। वहीं दूसरे स्थान पर आने वाली अनीता देवी को 263 वोट मिला है। प्रिया एक हजार 132 वोट से चुनाव जीत गई है। वही नगर परिषद के उपमुख्य पार्षद सुनीता देवी एक हजार 40 वोट से अपने प्रतिद्वंद्वी को हराया है। सुनीता देवी को 1875 मे से अकेले 1382 वोट मिला। उनके प्रतिद्वंद्वी गुड़िया देवी को 340 वोट प्राप्त हुआ। सुनीता देवी 1040 वोट से चुनाव जीती है। वहीं वार्ड 32 से डानीलू देवी ने अपने प्रतिद्वंद्वी को सात से अधिक मतों से हराया है।