तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए योग जरूरी : एसडीओ
सभी प्रकार के तनाव को दूर कर तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए नियमित योग जरूरी है। उक्त बातें अनुमंडलाधिकारी ब्रजेश कुमार ने कही।
समस्तीपुर । सभी प्रकार के तनाव को दूर कर तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए नियमित योग जरूरी है। उक्त बातें अनुमंडलाधिकारी ब्रजेश कुमार ने कही। शुक्रवार की सुबह रोसड़ा उपकारा में आयोजित सात दिवसीय योग शिविर का विधिवत उद्घाटन करने के पश्चात वे बंदियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। उन्होंने नियमित योग करने से सकारात्मक ऊर्जा मिलने के साथ-साथ समाज के मुख्यधारा से जुड़ना भी अवश्यंभावी बताया। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करते हुए काराधीक्षक गौरव कृष्ण ने करो योग-रहो निरोग का नारा दिया। बंदियों को जेल से मुक्त होने के बाद भी नियमित रूप से योग करने की सलाह दी। यूनिक क्रिएटिव एजुकेशनल सोसायटी, आशा सेवा संस्थान एवं मुरारी स्मृति सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम को समाजसेवी नीरज कुमार सिंह, योग गुरु प्रेमचंद्र प्रियदर्शी,धीरेंद्र कुमार धीरज, सत्यम कुमार एवं अभिषेक कुमार आदि ने भी संबोधित किया। सामूहिक राष्ट्रगान से प्रारंभ हुए समारोह में धन्यवाद ज्ञापन सहायक अधीक्षक अरुण कुमार सिन्हा ने किया। प्रथम दिन योग गुरुओं द्वारा अनुलोम-विलोम, भस्तिका, तथा भामरी के साथ-साथ सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया गया। वहीं शिविर के दौरान ही अनुमंडलाधिकारी द्वारा 25 जरूरतमंद बंदियों के बीच कंबल का वितरण किया। जिसमें अधिकांश दिव्यांग एवं बुजुर्ग शामिल थे। मौके पर हवलदार सरफराज खान समेत उपकारा के कई कर्मी भी मौजूद थे। पेंशनरों की बैठक में भुगतान में विलंब पर आक्रोश
पूसा स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पेंशनर कर्मियों की बैठक विश्वविद्यालय परिसर के पेंशनर हॉल में हुई। बैठक की अध्यक्षता डॉ. शंभू शरण ठाकुर ने की। मौके पर एसीपी का लाभ व अन्य लाभों के भुगतान में हो रहे विलंब को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध लोगों ने काफी आक्रोश जताया। मौके पर मौजूद कार्यकारी दिनेश रजक ने सभी समस्याओं को बिदुवार समझा। पूर्व की बैठक में लिए गए निर्णय पर भी विचार विमर्श किया गया। पेंशनर समाज की वार्षिक बैठक 20 फरवरी को करने का निर्णय लिया गया। पेंशनरों की विभिन्न समस्याओं से विश्वविद्यालय के संबंधित पदाधिकारी को अग्रेतर करवाई के लिए भेजे जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में स्व. लालधारी राय के मृत्यु के उपरांत उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।