अंग्रेजी रटने का नहीं समझने का विषय, रिवीजन से मिलेंगे अच्छे अंक
समस्तीपुर। सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में अंग्रेजी कुल 100 अंकों की होती है।
समस्तीपुर। सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में अंग्रेजी कुल 100 अंकों की होती है। इसमें इंटरनल असेसमेंट 20 अंक तथा लिखित परीक्षा 80 अंक की होती है। अंग्रेजी में प्रोज यानी गद्य खंड व पोएट्री से प्रश्न पूछे जाएंगे। इस बार नॉवेल से प्रश्न नहीं रहेंगे। प्रोज और पोएट्री में ही चैप्टर बढ़ा दिए गए हैं। इन्हें नियमित रूप से समझकर बिना रटे रिवीजन करने से अच्छे अंक प्राप्त किए जा सकते है। उक्त बातें दैनिक जागरण कॅरियरशाला में काशीपुर स्थित मॉडर्न स्टडी सेंटर के चेयरमैन व अंग्रेजी शिक्षक ए. कुमार ने कहीं। बताया कि अंग्रेजी में ग्रामर से प्रश्न नहीं पूछा जाता है। लेकिन, उत्तर लिखने में ग्रामर का ज्ञान सहायक है। अंग्रेजी में तीन सेक्शन होते हैं। सेक्शन ए में रीडिग 20 अंक, इसमें 12 अंक कंप्रीहेंसन तथा आठ अंक नोट मेकिग के लिए प्रश्न दिए जाते हैं। सेक्सन बी 30 अंकों का होता है। इसमें नोटिस बनाना, एडवरटाइजिग लिखना चार अंक, पत्र लेखन एडिटर के नाम से छह अंक, स्पीच लिखना या स्कूल एसेंबली पर आधारित प्रश्न छह अंक तथा रिपोर्ट, ऑर्डर प्लेसिग लेटर या कंप्लेन लेटर पर आधारित प्रश्न 10 अंक के लिए रहता है। सेक्शन सी टेक्स्ट बुक, फ्लेमिगो एवं विस्टास से 30 अंकों के प्रश्न रहते हैं। इसके शॉर्ट सात प्रश्नों में पांच का उत्तर लिखना होता है। इसके लिए 10 अंक मिलते हैं। इसके अलावा दो लांग प्रश्न उत्तर फ्लेमिगो विस्टास से होंगे। दोनों के छह-छह प्रश्न रहते हैं। इसके लिए कविता तथा कहानी की समरी तैयार रखें तथा मुख्य बिदु पर ध्यान देते रहें। चैप्टर के डायलॉग तथा स्टेटमेंट को अच्छी तरह से तैयार कर दोहराते रहें। इससे प्रश्नों के उत्तर लिखने में सहूलियत रहेगी। इस बार विकल्प वाले प्रश्नों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। अच्छे अंकों की प्राप्ति के लिए हैंडराइटिग के साथ व्याकरण तथा शब्दों के शुद्धीकरण पर ध्यान रखना होगा। सभी सेक्शन ए, बी, सी के लिए अलग-अलग एक-एक घंटा का समय लिखने के लिए निर्धारित रखें। प्रश्नों को पढ़ने के साथ किसका उत्तर देना है, इसका चयन कर ध्यानपूर्वक लिखें। इससे प्रश्न का उत्तर समय पर दिया जा सकता है।
तनाव मुक्त होकर दें प्रश्नों का उत्तर : परीक्षा में प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रसन्नचित्त मुद्रा में रहें। किसी भी तरह का तनाव न लें। इसके अलावा बिहार बोर्ड वाले छात्र-छात्राएं भी सिलेबस के ग्रामर, राइटिग एबिलिटी, कंप्रीहेंसन, पाराग्राफ राइटिग, स्पेलिग, फ्रेज, किताबों के सभी चैप्टर्स की समरी एवं मुख्य बिदु पर ध्यान रखें। पचास प्रतिशत ऑब्जेक्टिव तथा पचास प्रतिशत सब्जेक्टिव पर आधारित प्रश्न रहते हैं। इसमें पचास अंकों वाले पेपर में ग्रामर, शब्द, प्रोज, पोएट्री तथा नावेल से आब्जेक्टिव पचास प्रतिशत रहेंगे। इसके अलावा पचास प्रतिशत सब्जेक्टिव में प्रोज से शॉर्ट टाइप, पोएम से समरी तथा नॉवेल के कैरेक्टर और एक पाराग्राफ राइटिग रहेगी। 100 अंकों के पेपर में भी 50 प्रतिशत ऑब्जेक्टिव तथा 50 प्रतिशत सब्जेक्टिव रहेंगे। इसके अतिरिक्त लेटर या अप्लीकेशन, एस्से राइटिग, कंप्रीहेंसन, प्रेसिज तथा मैचिग टेस्ट तथा ट्रांसलेशन से प्रश्न रहते हैं। मॉडल पेपर्स तथा पूर्व के वर्षों के प्रश्नों को दोहराना आवश्यक होगा।