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इस बार नए पैटर्न पर हो रहा कॉपियों का मूल्यांकन

समस्तीपुर। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्देश पर इस बार मूल्यांकन नए पैटर्न पर कराए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Mar 2019 11:26 PM (IST)Updated: Mon, 04 Mar 2019 11:26 PM (IST)
इस बार नए पैटर्न पर हो रहा कॉपियों का मूल्यांकन
इस बार नए पैटर्न पर हो रहा कॉपियों का मूल्यांकन

समस्तीपुर। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्देश पर इस बार मूल्यांकन नए पैटर्न पर कराए जा रहे हैं। सीबीएसई की तर्ज पर अब बिहार बोर्ड के बच्चों को भी सही उत्तर लिखने पर शत प्रतिशत अंक दिए जा रहे हैं। पहले की तरह पांच में से चार अंक नहीं बल्कि अब पांच में पांच अंक छात्रों को दिए जा रहे हैं। शहर के पांच केन्द्रों पर इंटर की कॉपियों की जांच चल रही है। 2 मार्च से शुरू हुई इस जांच में अब तेजी आ गई है। रविवार तक सभी परीक्षकों, प्रधान परीक्षकों एवं पर्यवेक्षकों ने अपने-अपने निर्धारित केन्द्र पर योगदान कर कॉपी जांच शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस बार से मूल्यांकन करने वाले परीक्षकों को भय रहित होकर मार्किंग करने का निर्देश दिया गया है। अब अस्सी प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं की कॉपियों का बंडल अलग से नहीं बंधेगा। बल्कि एक साथ ही बनाए जाएंगे। बता दें कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इसको लेकर पहले ही बिहार के चुनिदा शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित कर निर्देश दिया है। जिला स्तर पर भी कार्यशाला आयोजित कर नए मूल्यांकन पैटर्न से अवगत कराया गया था। इस बार कॉपियों के मूल्यांकन में स्टेपवार अंक दिए जा रहे हैं। एक प्रश्न के उत्तर को पांच भागों में बांटकर मूल्यांकन किया जा रहा है। यदि छात्रों ने तीन स्टेप तक सही से उत्तर दिए हैं तो उसे तीन अंक दिए जा रहे हैं। यदि पांचों स्टेप सही लिखें हैं तो उन्हें पांच में पांच अंक दिए जा रहे हैं। जबकि पहले उत्तर सही नही रहने पर एक भी अंक नही दिए जाते थे। इसके अलावा बिहार बोर्ड ने स्पष्ट निर्देश दे रखा है कि सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक परीक्षा में भी अब शत प्रतिशत अंक छात्र-छात्राओं को दिए जाएंगे। पहले तीस में दस नंबर काटकर बीस नंबर परीक्षकों द्वारा दिए जाते थे। जबकि अब ऐसा नहीं होगा। यदि छात्रों ने प्रायोगिक परीक्षा में तीस अंकों का सही-सही जबाव दिया है, तो उसे तीस अंक मिलेंगे। अब अंक नहीं काटे जाएंगे। परीक्षकों के अंदर बैठे भय को दूर करते हुए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने स्पष्ट कहा है कि बच्चों की प्रतिभा को देखकर अंक दें। इसमें किसी तरह की कटौती न करें। इतना ही नहीं पहले यह व्यवस्था थी कि अस्सी प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने वाले छात्रों की कॉपियों का बंडल अलग बनता था। पर इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। चाहे सौ में सौ अंक परीक्षार्थी क्यों न लावें, सभी की कॉपियों का बंडल एक साथ होगा। गोल्फ फील्ड रेलवे कॉलोनी उच्च विद्यालय मूल्यांकन केन्द्र के निदेशक शाह जफर इमाम ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के आदेश का शत प्रतिशत पालन किया जा रहा है। बता दें कि इस बार पहले से दस प्रतिशत पारिश्रमिक को बढाकर दिया गया है। वहीं पहले जो दस प्रतिशत कटौती कर भुगतान किया जाता था, वह अब नही होगा। यानि शत प्रतिशत मूल्यांकन की राशि परीक्षकों को दी जाएगी। इसके अलावा परीक्षकों को तीस प्रतिशत तक प्रोत्साहन राशि भी देने का फैसला लिया है। यानि एरर रहित मूल्यांकन करने पर अतिरक्त तीस प्रतिशत राशि बोर्ड की ओर से परीक्षकों को दिए जाएंगे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का मानना है कि सीबीएसई की तर्ज पर बिहार बोर्ड के बच्चों को भी शत प्रतिशत अंक प्राप्त हो। सही उत्तर देने पर एक अंक भी कटौती नहीं किए जाएं, इस बार से यह व्यवस्था लागू की गई है।

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