बिहार के आधुनिक निर्माता थे प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण बाबू
लोजपा कार्यालय में रविवार को बिहार के आधुनिक निर्माता प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्री कृष्ण ¨सह की 131 वीं जयंती मनी। समारोह में डॉ. ¨सह के चित्र पर फूल माला अर्पित कर उनके पद पर चलने का संकल्प लिया गया।
समस्तीपुर। लोजपा कार्यालय में रविवार को बिहार के आधुनिक निर्माता प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्री कृष्ण ¨सह की 131 वीं जयंती मनी। समारोह में डॉ. ¨सह के चित्र पर फूल माला अर्पित कर उनके पद पर चलने का संकल्प लिया गया। समारोह में मुख्य अतिथि प्रदेश लोजपा महिला अध्यक्ष नीलम सिन्हा ने कहा कि बिहार के श्रीकृष्ण बाबू आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ संगठित आंदोलन चलाने के कारण कई बार जेल गए। अंग्रेजों ने उन्हें अपने कोर्ट में सजा भी दी। लेकिन वे अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ आवाज उठाते रहे। उन्होंने बिहारवासियों के लिए कई ऐतिहासिक कार्य किए। बिहार देश का पहला ऐसा राज्य बना जहां 1950 में जमींदारी प्रथा समाप्त हुई। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार कुशवाहा ने की। संचालन नीरज भारद्वाज ने किया। मौके पर उमा शंकर मिश्रा, प्रभात झा, धीरज ठाकुर, राजा पासवान, रीना सहनी, शिवानंद बमबम, मुरारी तिवारी, हरिवंश कुमार, रीता पासवान, रंजीत यादव आदि उपस्थित रहे। वहीं दूसरी ओर जिला परिषद अध्यक्ष के आवासीय परिसर में भी बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री कृष्ण ¨सह की जयंती मनाई गई। इस दौरान उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया। मौके पर प्रेमलता, संजीव कुमार, संजय कुमार त्रिवेदी, शंभु भूषण, विजय कुमार पासवान, नवीता देवी, ¨रकू कुमारी, सुधा कुमारी, नीतू कुमारी, सविता देवी, कोकाई दास, प्रियंका कुमारी, राजकेश्वर पासवान, रंजन कुमार, गुड्डी देवी, रामदेव राय, अन्नु देवी, प्रेमला राय, बुच्ची देवी, दिलीप कुमार, इंद्रा देवी, अर्चना देवी, बालेश्वर प्रसाद ¨सह, प्रमिला कुमारी, विकास रंजन, अनार देवी, हरेराम सहनी, उपेंद्र साह, नुरुद्दीन, विनोद कुमार आदि उपस्थित रहे।
कांग्रेस कार्यालय में भी श्रद्धा के साथ मनी जयंती
जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री एवं प्रदेश के विकास की आधारशिला रखने वाले स्व. डॉ. कृष्ण ¨सह की 131 वीं जयंती श्रद्धा के साथ मनाई गई। उनके तैल्य चित्र पर माल्यार्पण कर सभा हुई। अध्यक्षीय संबोधन में जिलाध्यक्ष मो. अबू तमीम ने स्व. ¨सह को एक सच्चा देश भक्त, देश के कद्दावर नेता तथा आधुनिक बिहार के निर्माता की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि आज लोग अगड़े-पिछड़े की बात करते हैं। परंतु श्री बाबू भूमि सुधार आंदोलन के जनक के रूप में याद किए जाएंगे। वह जिस समाज से आते थे, अधिकांश भूमि पर उन्हीं की मिल्कियत थी। परंतु भूमि सुधार का कानून लाकर उन्होंने देश में सामाजिक समरसता का एक उदाहरण प्रस्तुत किया। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव राम कलेवर प्रसाद ¨सह ने उनके नेतृत्व में हुए चहुमुंखी विकास की विस्तार की चर्चा की। साथ ही उनके पद चिन्हों पर चलकर राष्ट्र की प्रगति में योगदान के लिए कार्यकर्ताओं का आह्वान किया। मौके पर रामउदार चौधरी, अमित कुमार ¨सह, विजय शंकर शर्मा, सतीश चंद्र चौधरी, विशेश्वर राय, कृष्ण मोहन ¨सह, यमुना शर्मा, र¨वद्र कुमार साह, नौखेज आलम, ई. मो. अबू तनवीर, नंदलाल चौधरी, ¨पटू साह आदि उपस्थित रहे।