आक्रोशित लोगों ने स्कूल में की तालाबंदी
मोरवा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय हरपुर ¨भडी में शुक्रवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने तालाबंदी कर पठन-पाठन कार्य ठप करा दिया।
समस्तीपुर । मोरवा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय हरपुर ¨भडी में शुक्रवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने तालाबंदी कर पठन-पाठन कार्य ठप करा दिया। आक्रोशित ग्रामीण यहां से स्थानांतरित नरेश सहनी नामक शिक्षक को फिर से इसी विद्यालय में प्रतिनियोजित किए जाने से आक्रोशित हैं। इसको लेकर ग्रामीण विद्यालय में पहुंचकर नारेबाजी की तथा विद्यालय में तालाबंदी कर पठन-पाठन कार्य को पूरी तरह बाधित कर दिया। साथ ही विद्यालय में उपस्थित किसी भी शिक्षकों को अपनी उपस्थिति नहीं बनाने दिया। उपस्थिति पंजी सहित सभी आवश्यक सामग्री के साथ विद्यालय के कार्यालय में तालाबंदी कर दी। आक्रोशित ग्रामीणों के अनुसार एक शिक्षक के द्वारा दिसंबर 2016 में एक छात्रा के साथ अभद्र व्यवहार किया था। इसके कारण तत्कालीन पदाधिकारियों को भी ग्रामीणों का कोपभाजन बनना पड़ा था। ग्रामीणों के जन आंदोलन को देखते हुए तत्कालीन पदाधिकारियों ने शिक्षक को इस विद्यालय से प्रतिनियोजन कर अन्यत्र भेज दिया। अचानक फिर से जिला शिक्षा पदाधिकारी के ज्ञापांक 2408 दिनांक 22.12.2017 एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पत्रांक 28 दिनांक 23.1.2018 के आलोक में प्रखंड विकास पदाधिकारी शिवशंकर राय के द्वारा 31.8.2018 को उक्त शिक्षक को पुन: उत्क्रमित मध्य विद्यालय हरपुर भिन्डी में योगदान करने के लिए विरमित करते हुए आदेश निर्गत कर दिया गया। उक्त शिक्षक द्वारा 31.8.2018 को अपराहन में अपने मूल विद्यालय में योगदान कर लिया गया। इससे आक्रोशित होकर सभी ग्रामीणों ने विद्यालय में पहुंचकर नारेबाजी करते हुए विद्यालय कार्यालय में ताला बंदी कर नारेबाजी करनी शुरु कर दी। आक्रोशित ग्रामीण उच्चाधिकारियों को विद्यालय प्रांगण में आकर वार्ता करने के लिए बुलाया। लेकिन पदाधिकारियों द्वारा अन्य कार्य में व्यस्त होने के कारण पूर्व मुखिया सुरेन्द्र राय को दूरभाष पर दिए गए आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए। ग्रामीणों का कहना है कि शीघ्र पदाधिकारी इस पर उचित कार्रवाई नहीं करते हैं तो सभी ग्रामीण इस मुद्दे को लेकर प्रखंड मुख्यालय पर पहुंचकर आंदोलन करेंगे। मौके पर सुरेन्द्र राय, राम नरेश राय, प्रमोद राय, नथुनी पासवान, संतोष ठाकुर, अकलू ¨सह, वशिष्ठ राय, डोमी राय, रामनरेश पंडित, केश्वर पासवान, अशोक महतो, जय कुमार सहनी, शिव कुमार साह, गुरुचरण दास, गणेश दास, पवन कुमार दास, डॉ. शंभू राय, जज राय, बालेश्वर राय, जय मूतरत राय, भरत राय, लखिन्द्र पासवान, मकसूदन पासवान, वीरेंद्र ठाकुर, संजीत साह समेत अन्य ग्रामीण मौजूद थे।