पांच दलों का महागठबंधन बदलेगी बिहार की सूरत : कन्हैया
समस्तीपुर। हमलोग पांच पार्टियों का महागठबंधन बनाकर बिहार का सूरतेहाल बदलना चाहते हैं। इस
समस्तीपुर। हमलोग पांच पार्टियों का महागठबंधन बनाकर बिहार का सूरतेहाल बदलना चाहते हैं। इस बार जनता ने मन बना लिया है। बिहार विधानसभा चुनाव में वह वोट की चोट से बदलाव चाहती है। उक्त बातें नरहन और दलसिंहसराय में महती जनसभा को संबोधित करते हुए सीपीआई के राष्ट्रीय युवा नेता कन्हैया कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि युवाओं और अध्ययनरत छात्र-छात्राएं जो हमारे कल के भविष्य हैं। उसे सुरक्षित करने के लिए महागधबंधन के उम्मीदवारों को विजयी बनाना पड़ेगा। लम्बे अरसे बाद रोजगार की चर्चा हो रही है। युवा नेता ने कहा कि बिहार में स्टीमेट घोटाला रोक दिया जाए तो बिहार में भी विकास की गंगा बह सकती है। बिहार भी बीमारू नहीं बल्कि सुचारू राज्य बन सकता है। इसलिए बिहार में बदलाव जरूरी है। बिना नाम लिए कहा कि एक सोच वह है जो हर बात पर हिन्दू मुसलमान और चीन पाकिस्तान करता है। और एक सोच यह है कि जो जय जवान जय किसान करता है। यह 2019 वाला महागठबंधन नहीं 2020 वाला महागठबंधन है। जिसे कई लोग पांडव का नाम दे रहे।वहीं जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद सह माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने कहा कि बिहार का हर एक मजदूर, किसान, नौजवान, महिलाएं काफी मेहनती हैं। राज्य और केन्द्र सरकार की घोर गरीब विरोधी नीति बिहार की जनता इस बार बरदाश्त नहीं करेगी। विधानसभा चुनाव में अपनी उपेक्षा का करारा जबाब देगी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भूखे-प्यासे लोग सैकड़ों किलोमीटर बच्चों को पीठ पर लादकर बिहार लौटे। प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा एकमात्र केरल राज्य ने सफलता पूर्वक किया। वहां लाल झंडे की सरकार है। यहां 5 फीसद किसान भी अपने उपज का दाम नहीं पाते हैं। आंगनवाड़ी सेविका, आशा, स्कील वर्कर आदि ने खूब काम किया है। मगर, मौजूदा सरकार ने उनके मेहनत के मुताबिक मजदूरी नहीं दी है। विधवा को पेंशन राशि नहीं बढ़ाई गई। शिक्षा, स्वास्थ्य समेत अन्य सरकारी विभागों की स्थिति दयनीय होती जा रही। उन्होंने कहा कि नजर, नीयत, नीति और नेता सही होना चाहिए। अपने संबोधन के दौरान वह जदयू और भाजपा पर लगातार हमलावर रही। कहा कि इस बार बिहार में चमत्कार होगा। सभा को माकपा प्रदेश सचिव अवधेश कुमार ने भी संबोधित किया।