पुराने पौधों की कटाई कर बढ़ा सकते उत्पादन
भारतीय लीची अनुसंधान केंद्र मुसहरी के वैज्ञानिक प्रमुख ने कल्याणपुर प्रखंड के कई गांवों के बड़े-बड़े बागानों में जाकर उसके मालिकों सहित अगल-बगल के किसानों से बातचीत की।
समस्तीपुर । भारतीय लीची अनुसंधान केंद्र मुसहरी के वैज्ञानिक प्रमुख ने कल्याणपुर प्रखंड के कई गांवों के बड़े-बड़े बागानों में जाकर उसके मालिकों सहित अगल-बगल के किसानों से बातचीत की। इस दौरान बगीचों का जीर्णोद्धार कर लीची, आम से दोगुनी आय करने के गुर बताए। वैज्ञानिक प्रमुख डॉ. अमरेंद्र कुमार एवं डॉ. जेपी वर्मा ने प्रखंड के बलहा के प्रगतिशील कृषक ओम प्रकाश ठाकुर, डॉ. उमा ठाकुर, गोराई गांव के पप्पू ठाकुर आदि के बागानों का जायजा लिया। वैज्ञानिकों ने बताया कि बागानों में लगे लीची, आम के पौधे काफी पुराने हो जाने पर उसकी उत्पादन क्षमता घट जाती है। इन सभी पेड़ों को वैज्ञानिक तरीके से कटाई कर जीर्णोद्धार करने से इन बागानों से उत्पादन बढ़ जाएगा। इससे आमदनी भी दोगुनी होने लगेगी। वैज्ञानिकों की देखरेख में किसानों की सहमति से जुलाई-अगस्त महीने में ट्री कटिग की जाएगी। मौके पर आसपास के कई किसान मौजूद थे।