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घंटों प्रतीक्षा के बाद भी नहीं हो सका ऑनलाइन आवेदन

सरकार लोगों की सुविधा के लिए कई तरह की योजना संचालित कर रही है। इसी क्रम में हर पंचायत में जन सुविधा के लिए आरटीपीएस केंद्र की शुरुआत की गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Jul 2019 12:55 AM (IST)Updated: Wed, 10 Jul 2019 12:55 AM (IST)
घंटों प्रतीक्षा के बाद भी नहीं हो सका ऑनलाइन आवेदन
घंटों प्रतीक्षा के बाद भी नहीं हो सका ऑनलाइन आवेदन

समस्तीपुर । सरकार लोगों की सुविधा के लिए कई तरह की योजना संचालित कर रही है। इसी क्रम में हर पंचायत में जन सुविधा के लिए आरटीपीएस केंद्र की शुरुआत की गई। एक माह के अंदर खानपुर प्रखंड की 9 पंचायतों में आरटीपीएस केंद्र खोले गए। इस केंद्र के खोले जाने से लोगों में इस बात को लेकर खुशी हुई कि अब उन्हें ऑनलाइन आवेदन के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। लेकिन, यह खुशी तुरंत काफूर हो गई। केंद्र पर पदस्थापित कर्मी की उदासीनता से यह सेवा ठीक से लोगों को नहीं मिल पा रही है। सोमवार को जागरण टीम ने 10.14.बजे खैरी पंचायत के आरटीपीएस केंद्र की पड़ताल की। पड़ताल के दौरान कार्यालय खुला पाया गया। कार्यपालक सहायक रेशम कुमारी कार्यालय में बैठी थीं। लेकिन, एक भी आवेदन ऑनलाइन नहीं किए गए थे। 11.10 बजे रेबरा कार्यालय पर पहुंचा तो वहां कार्यालय में ताला लटका पाया। कर्मी के आने के इंतजार में आधे घंटे से बैठी दीपनी देवी, बतहु पासवान ने बताया कि वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन जमा करने के लिए बैठे हकं। जब 11.40 पर श्रीपुरगाहर पंचायत पर पहुंचे तो देखा गया कि कार्यालय खुला है, लेकिन कार्यालय सहायक गायब हैं। इंतजार में बैठे उमाकांत राय, बालेश्वर साह, उपेंद्र राम, राममूर्ति मंडल, बसंत राम सहित अन्य ने बताया कि वे लोग वृद्धावस्था पेंशन के फार्म पर पंचायत सचिव से दस्तखत कराने के लिए 15 दिन से लगातार दौर लगा रहे हैं। लेकिन, पंचायत सचिव से भेंट नहीं हो पा रही है। इसी क्रम में कार्यपालक सहायक अमरजीत कुमार राय ने बताया कि 9 दिन में 100 आवेदन एंट्री कर चुके हैं। 200 आवेदन जमा कर एंट्री करनी है। प्रत्येक दिन 10 से 20 आवेदन जमा होते हैं। जब 12 बजे श्रीपुरगाहर पंचायत भवन पहुंचे तो कार्यालय में ताला लटका था। एक भी कर्मी नही थे। पता चला कुछ लोग आवेदन करने आए थे, लेकिन ताला लटका देख सभी वापस चले गये। जब 12.20 बजे कानू विशनपुर पंचायत भवन कार्यालय पर पहुंचा तो देखा कि कार्यालय खुला है। कार्यपालक सहायक रंजू कुमारी कार्यालय में बैठी हुई हैं। पूछने पर बताया कि 7 जुलाई को कार्यालय का उद्घाटन किया गया। लेकिन, तीन दिन बाद भी एक भी आवेदन एंट्री नहीं हुई है। एक आवेदन आया था, लेकिन मोबाइल से आधार लिक नहीं होने के कारण ओटीपी नंबर नहीं आया। जिसके कारण आवेदन की एंट्री नही की गई।

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