खतरे के निशान से ढाई मीटर उपर बह रही बूढ़ी गंडक, तटबंध पर बना भारी दबाव
समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 2.42 मीटर उपर बह रही है। इसके साथ ही जलस्तर में तेजी से इजाफा भी हो रहा है। तटबंध पर पानी का दबाव पड़ने लगा है। इसके कारण लोग बाढ़ की आशंका दहशत में हैं।
समस्तीपुर । समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 2.42 मीटर उपर बह रही है। इसके साथ ही जलस्तर में तेजी से इजाफा भी हो रहा है। तटबंध पर पानी का दबाव पड़ने लगा है। इसके कारण लोग बाढ़ की आशंका दहशत में हैं। मंगलवार को बूढ़ी गंडक समस्तीपुर दरभंगा रेलवे पुल के निकट खतरे के निशान को पार कर 48.15 सेमी पर पहुंच गई। मगरदही घाट के निकट बने पुराने ब्रिज के गाटर को छू लिया है। जिला प्रशासन द्वारा तत्काल ब्रिज को बांस बल्ला से सील कर आवाजाही रोक दी गई है। वहां सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं दूसरी ओर तटबंध और स्लूस गेट पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। डेंजर जोन को चिन्हित किया गया है। पानी का अधिक दबाव वाले स्थान पर सैंड बैग लगाया जा रहा है। प्रशासनिक पदाधिकारी तटबंध का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
आपदा प्रबंधन शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार की सुबह बूढ़ी गंडक का जलस्तर 47.90 मीटर और शाम में 48.15 मीटर था। 12 घंटे में जलस्तर में 25 सेंमी इजाफा हुआ। इसके साथ ही पिछले चार दिनों में जलस्तर में 2.42 मीटर बढोत्तरी दर्ज की गई है। प्रतिदिन लगभग 30 से 40 सेमी जलस्तर में इजाफा हो रहा है। समस्तीपुर रेलवे पुल के निकट बूढ़ी गंडक का चेतावनी स्तर 45.12 मीटर है। जबकि खतरे का लाल निशान 45.72 है। यानि नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 2.42 मीटर ऊपर है। जलस्तर में अगर इसी तरह इजाफा हुआ तो गुरुवार को समस्तीपुर रेलवे लाइन के निकट बूढ़ी गंडक नदी उच्चतम जलस्तर के बने मानक 48.83 मीटर को छू लेगा। लगातार हो रही वृद्धि से तटबंध पर पानी का दबाब बढ़ गया है। लोग बाढ़ की आशंका से भयभीत हैं। तटबंध किनारे रहने वाले लोग रतजगा कर रहे हैं। इधर, रोसड़ा में भी बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान 42.63 को पार कर 45.69 मीटर पर बह रही है। तटबंध पर पानी का दबाब पड़ रहा है।
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भागीरथपुर के निकट रेलवे रिग बांध पर रिसाव जारी
बूढ़ी गंडक नदी के बढ रहे जलस्तर से तटबंध पर दबाब बढ़ने लगा है। भागीरथपुर के निकट रेलवे का रिग बांध का निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है। वहीं रिग बांध के निकट लगातार रिसाव बढ़ रहा है। जिला प्रशासन व रेलवे द्वारा रिग बांध के निकट रिसाव बंद करने के लिए सैंड बैग दिया जा रहा है। स्थानीय लोग बांढ़ की आशंका से भयभीत हैं।