हरी खाद मिट्टी में विटामिन की मात्रा को बढाता है : डॉ. सुनीता
हरी खाद जैविक खाद के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण अवयव है।
समस्तीपुर । हरी खाद जैविक खाद के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण अवयव है। हरी खाद के उपयोग का मुख्य उद्देश्य वायुमंडलीय नाईट्रोजन को मिट्टी में स्थिर करना एवं मिट्टी में कार्बोनिक पदार्थ की मात्रा को बढ़ाना है। यह बात सरायरंजन स्थित ई किसान भवन परिसर में खरीफ महोत्सव को संबोधित करते हुए कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुनीता कुमारी ने कही। उन्होंने कहा कि सघन कृषि पद्धति तथा असंतुलित रसायनिक उर्वरकों के प्रयोग के कारण दिन-प्रतिदिन मिट्टी की उर्वरता में हानि हो रही है, क्योंकि रसायनिक उर्वरकों के व्यवहार से पौधों के लिए आवश्यक 16 पोषक तत्वों की पूर्ति नहीं हो पाती है। इसके कारण पौधे मिट्टी में उपस्थित सारे पोषक तत्वों को अवशोषित कर लेती है। हरी खाद न केवल सारे पोषक तत्वों की आपूर्ति करता है, वरन मिट्टी में हार्मोन तथा विटामिन की मात्रा भी बढ़ाता है। साथ ही खरपतवार की वृद्धि को भी रोकता है। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि उत्पादन को लेकर पढ़ाई करनी होगी और खेती के लिए जागरूक होना पड़ेगा। एक किसान एक एकड़ अच्छी फसल उगाते हैं तो 10 परिवार के लोगों को सालों भर भोजन मिल सकता है। यहां के किसानों को जैविक खेती पर जोर देने की जरूरत है। जमीन के अनुसार किसानों को खेतों में फसल लगानी चाहिये, ताकि फसल की उपज अधिक हो सके। उन्होंने कहा कि धान की खेती में किसानों को ¨सचाई अधिक मात्रा में करनी पड़ती है। इससे बचने के लिए किसानों को कम सिचाई करने वाले धान की रोपाई
करनी चाहिये। मौके पर जिला पार्षद हरेराम सहनी, प्रमुख वीणा कुमारी, उपप्रमुख बुच्ची देवी, जदयू प्रखंड अध्यक्ष रामाश्रय प्रसाद, भाजपा मंडल अध्यक्ष अमरेश कुमार झा, रालोसपा प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद कुमार ¨सह, पैक्स अध्यक्ष राम कुमार झा, बीएओ हिमांशु कुमार, विमल किशोर ठाकुर, रामबाबू ठाकुर, पंसस रवीन्द्र साह, संजीव कुमार आदि लोग उपस्थित थे।