एसएचजी व बटाईदार किसानों को प्राथमिकता से ऋण दें : जिलाधिकारी
समाहरणालय सभागार में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा स्वयं सहायता समूह एवं संयुक्त देयता समूह पर बैंक कर्मियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिलाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में किया गया।
समस्तीपुर । समाहरणालय सभागार में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा स्वयं सहायता समूह एवं संयुक्त देयता समूह पर बैंक कर्मियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिलाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए बैंक कर्मियों को निर्देश दिया कि एसएचजी से जुड़ी महिलाओं एवं बटाईदार किसानों को प्राथमिकता क्षेत्र में ऋण दें। जिससे इनका आर्थिक विकास हो सके। जिलाधिकारी साक्षरता अभियान का पोस्टर भी जारी किया। डीडीएम नाबार्ड जयंत विष्णु ने बैंक कर्मियों को स्वयं सहायता समूह, संयुक्त देयता समूह एवं आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत चलाए जा रहे योजनाओं की जानकारी दी। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्र प्रमुख धर्मेंद्र राजोरिया ने बैंक कर्मियों से कहा कि प्राथमिकता क्षेत्र में ऋण उपलब्ध कराने से जमा अनुपात बढ़ाने में बैंकों के लिए मददगार साबित होगा। दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक दिनेश प्रसाद ने अपने शाखाओं के माध्यम से एसएचजी एवं जेएलजी को ऋण उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। जीविका के डीपीएम गणेश पासवान ने बिहार सरकार द्वारा चलाए जा रहे एसएचजी कार्यक्रमों की जानकारी दी तथा बैंक कर्मियों को एसएचजी का ऋण वापसी का भरोसा दिया। एलडीएम पी. के. सिंह ने बैंकों से नाबार्ड द्वारा प्रशिक्षित प्रतिभागियों को मुद्रा योजना के तहत ऋण उपलब्ध कराने की अपील की। मौके पर कस्तूरबा गांधी ट्रस्ट, आगा खान ग्राम समर्थन कार्यक्रम, अनमोल उपहार सेवा फाउंडेशन, दिव्या सिलाई प्रशिक्षण केंद्र एवं प्रदान संस्था ने अपने विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में बताया तथा बैंक कर्मियों से समुचित सहयोग करने का आग्रह किया। मौके पर वरीय उपसमाहर्ता बैंकिग प्रियंका कौशिक, एलडीएम कार्यालय प्रबंधक विकास कुमार, यूथ मोटिवेटर कुंदन कुमार राय, डीएसपीके के सचिव महेश कुमार, औसेफा के निदेशक देव कुमार, प्रदान के सचिव विवेक कुमार, मनोज कुमार आदि थे।