फाटक बंद, सड़क जाम, कैसे होगा समस्या का निदान
समस्तीपुर-दरभंगा मुख्य पथ में मुक्तापुर स्टेशन के समीप स्थित 2 बी स्पेशल गुमटी का प्राय बंद रहना लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है।
समस्तीपुर-दरभंगा मुख्य पथ में मुक्तापुर स्टेशन के समीप स्थित 2 बी स्पेशल गुमटी का प्राय: बंद रहना लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। कभी-कभी तो स्थिति यह बन जाती है कि गुमटी के बंद रहने के कारण गाड़ियों की लंबी कतारें यहां से चार किलोमीटर दूर समाहरणालय तक पहुंच जाती है। जाम में फंसे लोगों की सांसें अटक जाती है। जाम के कारण लोगों का जरूरी काम तथा बच्चों का स्कूल भी बाधित होता रहता है। प्राय: हर चुनाव में लोगों द्वारा रेल ओवरब्रिज बनाने की मांग उठाई जाती रही है। नेताओं का आश्वासन भी मिलता है, लेकिन चुनाव के बाद उन आश्वासनों को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। हालांकि रेलवे ने यहां फ्लाईओवर निर्माण की मंजूरी दे दी गई है। लेकिन यह कब बनेगा, यह कहा नहीं जा सकता है। इस समस्या की सुध भी लेने वाला कोई नहीं है। संवाददाता दिलीप कुमार कुंदन की रपट। वारिसनगर : मुक्तापुर स्टेशन के समीप स्थित रेलवे गुमटी पर फ्लाईओवर के निर्माण की मांग प्रखंड ही नहीं वरन जिलावासियों द्वारा लगातार की जाती रही है। प्रत्येक चुनाव में नेता इसे पूरा करने का वादा भी करते रहे हैं। लेकिन अब तक इसे पूरा नहीं किया गया है। वहीं रेलवे द्वारा इसकी मंजूरी मिलने की बातें कही जा रही है। लेकिन जब इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो जाता तब तक यह समस्या लोगों के जेहन में बनी ही रहेगी। इस गुमटी के बंद रहने के कारण प्राय: दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें लगती है। जाम के कारण पूरा शहर प्रभावित हो जाता है। इस कारण बच्चों को विद्यालय पहुंचने तथा लोगों को अपने काम पर पहुंचने में लेट हो जाया करता है। सबसे बुरी स्थिति तो तब बन जाती है जब समस्तीपुर से किसी इमरजेंसी मरीज को दरभंगा रेफर किया जाता है और वह इस गुमटी बंद होने के कारण जाम में फंसकर अपनी जान गंवा बैठता है। प्रतिदिन अमूनन 50 ट्रेनें गुजरती है इस रूट से
समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर वारिसनगर प्रखंड के मन्नीपुर चौक के निकट स्थित सड़क पर 2 बी स्पेशल रेल गुमटी से 24 घंटे में लगभग 50 ट्रेनें गुजरती है। अगर प्रत्येक ट्रेन के गुजरने के दौरान गुमटी का फाटक 8 से10 मिनट भी बंद रहे तो सोचिए कुल कितने घंटे होंगे। फिर जाम की क्या स्थिति होगी। वहीं अगर क्रॉसिग होता है, तो उसका टाइम अलग से बढ़ जाता है। इसके अलावा दिन के 9 से 1 बजे समस्तीपुर से और 12-4 बजे तक दरभंगा से पैसेंजर ट्रेनें नहीं होने की वजह से विद्यार्थी एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़कर सफर करते हैं और यहां चेनपुलिग कर ट्रेन को रोकते रहते हैं। इस कारण से भी कुल मिलाकर दिन में 1-2 घंटा गुमटी अतिरिक्त समय तक बंद रहती है। पहले था एसएच अब हो गया है एनएच
मुसरीघरारी से समस्तीपुर होते हुए दरभंगा तक पहले स्टेट हाईवे था, जिसे कुछ महीने राष्ट्रीय उच्च पथ का दर्जा दिया गया है। यानि हाजीपुर से मुसरीघरारी होते हुए दरभंगा तक एनएच में तब्दील कर दिया गया है। नेशनल हाईवे बनने के बाद गाड़ियों की संख्या में और इजाफा होना लाजिमी है। पटना से वाया समस्तीपुर दरभंगा, मधुबनी, जयनगर आदि जिलों में जाने का एक प्रमुख मार्ग है। बताया जाता है कि रेलवे की ओर से कर्पूरीग्राम, मुक्तापुर और दलसिंहसराय में आरओबी निर्माण की स्वीकृति दो महीने पहले दी गई है। लेकिन जब तक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो जाता तब तक समस्या लोगों के समक्ष बनी ही रहेगी। कहते हैं लोग
स्थानीय उपप्रमुख शिवशंकर महतो का कहना है कि मथुरापुर से मुक्तापुर तक सड़क पर लगने वाला जाम क्षेत्र की सबसे प्रमुख समस्या है। इसका प्रमुख कारण मुक्तापुर स्टेशन की गुमटी है। शिक्षक राकेश कुमार कहते हैं कि इस रेल गुमटी पर तो अब जाम लगना आम बात हो गई है। हमारे लिए शीघ्र जिला मुख्यालय पहुंचना काफी मुश्किल हो गया है। व्यवसायी अमित भारती का कहना है कि इस रेलवे गुमटी पर फ्लाईओवर बनना बहुत जरूरी है। प्रतिदिन लगने वाले जाम से हम सभी व्यवसायियों का कारोबार भी काफी प्रभावित होता है। इतनी परेशानी के बावजूद इस ओर जनप्रतिनिधियों का ध्यान नहीं है।