गंगा नदी भी खतरे के निशान के पार
मोहनपुर में गंगा नदी का जलस्तर भी लगातार बढने लगा है। यह खतरे के निशान को पार कर गई है। गंगा के जलस्तर में पिछले कुछ दिनों से कमी दर्ज की जा रही थी। लेकिन अचानक इसके जलस्तर में बढोतरी होने लगी और यह खतरे के निशान से उपर बहने लगी है।
समस्तीपुर । मोहनपुर में गंगा नदी का जलस्तर भी लगातार बढने लगा है। यह खतरे के निशान को पार कर गई है। गंगा के जलस्तर में पिछले कुछ दिनों से कमी दर्ज की जा रही थी। लेकिन अचानक इसके जलस्तर में बढोतरी होने लगी और यह खतरे के निशान से उपर बहने लगी है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल दलसिंहसराय के सरारी स्थित कैंप से मिली जानकारी के अनुसार गंगा का जलस्तर 4551 सेमी पर पहुंच गया है। गंगा का यह जलस्तर खतरे निशान से एक सेमी ऊपर है। दियारा क्षेत्र के लिए खतरे का निशान 4550 सेमी पर बनाया गया है। जलस्तर के बढ़ जाने के बाद निचले क्षेत्रों में पानी फैलने लगा है। हालांकि अत्यधिक वर्षा होने के कारण निचले हिस्से के ढाबों, सोतों और नालों में पहले से ही जल भरा हुआ है। लोगों का अनुमान है कि अब पानी का बहाव जल्द ही मैदानी क्षेत्रों में होकर बस्ती वाले क्षेत्रों की ओर होने लगेगा। अगर पानी बढ़ने का रफ्तार यही रहा तो डुमरी दक्षिणी, जौनापुर, हरदासपुर, सरसावा, जहिगरा, मटिऔर आदि पंचायत बाढ़ से घिर जाएंगे। इधर, किसानों की फसल मक्का, जनेरा, चीना, कौनी, नेनुआ आदि नष्ट होने लगे है। उनका उपयोग वे पशुओं के चारा के रूप में करने को विवश हैं। दूसरी ओर पशुपालक पानी की रफ्तार को बढता देख पलायन करने का मन बनाने लगे हैं। एक-दो पशुपलक दक्षिणी क्षेत्र से उत्तर की ओर पलायान करने की तैयारी भी कर लिया हैं। वहीं गंगा पार दियारावासी अपने को सुरक्षित करने के लिए टीलानुमा जगहों की तलाश में लग गए हैं। रात-दिन जिस तरह से अत्यधिक वर्षा हो रही है, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार क्षेत्र को भयंकर बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कटावनिरोधी बंडाल सह बांध पर पानी का दवाब बढ़ गया है। कनीय अभियंता जितेश रंजन से मिली जानकारी के अनुसार बंडाल की सुरक्षा के लिए कर्मियों द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है। रात में जेनरेटर से प्रकाश कर देखरेख की जा रही है।