कृषि ऋण माफ करो या फिर किसानों को जेल भेजो
हम कृषि ऋण नहीं लौटाएंगे। सरकार माफ करे या फिर किसानों को गिरफ्तार करे। एक देश में दो तरह की नीति क्यों? जब दूसरे राज्यों ने किसानों के केसीसी ऋण को माफ कर दिया तो फिर बिहार के किसानों की माफी अब तक क्यों नहीं।
समस्तीपुर । हम कृषि ऋण नहीं लौटाएंगे। सरकार माफ करे या फिर किसानों को गिरफ्तार करे। एक देश में दो तरह की नीति क्यों? जब दूसरे राज्यों ने किसानों के केसीसी ऋण को माफ कर दिया तो फिर बिहार के किसानों की माफी अब तक क्यों नहीं। इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को पशुपालक किसान संघ ने खानपुर प्रखंड कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया। इस अवसर पर उपस्थित सभा को संबोधित करते हुए पशुपालक संघ के संस्थापक अध्यक्ष बैजनाथ चौधरी ने कहा कि एक भी किसान ऋण वापस नहीं करेंगे। अगर बैंक किसानों पर ऋण वापस करने का दबाब बनाता है तो पशुपालक संघ किसी भी हद को पार कर सकता है। उन्होंने कहा कि खानपुर में मनरेगा कार्यालय में तैनात भ्रष्ट कार्यक्रम पदाधिकारी का ऑडियो वायरल हुआ है। इसको लेकर अखबार में भी खबर छपी है। बावजूद पदाधिकारी न तो इसकी जांच कर रहे हैं और नहीं कार्रवाई ही। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम पदाधिकारी की संपत्ति की जांच सीबीआई से होनी चाहिए। अन्यथा पशुपालक संघ इसके खिलाफ उच्च न्यायालय में जाएगा। संयोजक भूपेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि आजादी के 72 वर्ष बाद भी गाय भैंस का गोबर उठाने बाले, बच्चे को दूध पिलाने वाले, चावल, गेहूं, मक्का, आलू, दाल उपजाने वाले किसानों की कोई पहचान नहीं है। किसान द्वारा उत्पादित खाद्यान्नों का दाम नहीं मिल रहा है। बाद में पांच सदस्यीय शिष्टमंडल बीडीओ से मिलकर ज्ञापन सौंपा। मौके राम पुकार राय, यशवंत कुमार चौधरी, केदार राय, सियाराम चौधरी, राम दयाल राय, विष्णुदेव महतो, अशोक मंडल, शिवजी राय, विजय शर्मा, रामशरण महतो, शिव कुमार गुप्ता, शम्भू चौधरी, कमलेश ठाकुर, कुशेश्वर पासवान, धीरेंद्र चौधरी, गोविद कुमार सिंह, मनोज कुशवाहा, कृष्णदेव चौधरी उर्फ सेठ जी आदि ने संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष निरंजन कुमार ठाकुर ने की।