फूलों की खेती से किसानों को होगा अधिक मुनाफा
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के संचार केंद्र में एक दिवसीय गेंदा फूलों की व्यवसायी खेती पर प्रशिक्षण का आयोजन हुआ।
समस्तीपुर। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के संचार केंद्र में एक दिवसीय गेंदा फूलों की व्यवसायी खेती पर प्रशिक्षण का आयोजन हुआ। इस प्रशिक्षण में विश्वविद्यालय से जुड़े सभी कृषि विज्ञान केंद्रों के तकनीकी सहायक एवं फार्म मैनेजरों ने भाग लिया। मौके पर मुख्य अतिथि मोतिहारी उद्यान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एमएल यादव ने कहा कि बाजार में फूलों की मांग दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। इसको देखते हुए हमें फूलों की खेती बढ़ाने पर बल देना जरुरी है। इसकी खेती से किसान ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैँ। उन्होंने कहा कि कई पुष्प ऐसे भी हैं जिन के औषधीय गुण भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। वही कई फूल ऐसे भी हैं जिसका महत्व जीवन के प्रारंभ से लेकर अंत तक उपयोग में आता है। प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. के एन ¨सह ने कहा कि बिहार में गेंदे की खेती सालों भर किसान आसानी से कर सकते हैं। यह देखना आवश्यक है कि फूल का डिमांड बाजारों में किस समय होता है। उसे देखते हुए किसान वैज्ञानिक सलाह के अनुसार पर प्रभेद का चुनाव कर अपने खेतों में लगावें। एक हेक्टेयर गेंदे की खेती में लगभग 75000 रुपये खर्च आता है। वही शुद्ध मुनाफा लगभग डेढ़ लाख रूपय से अधिक होता है। गेंदे के फूल के रस से कई दवा भी बनाई जाती है। मौके पर उद्यान वैज्ञानिक डॉ अनिल कुमार ¨सह, डॉ. बृजेश, डॉ. पुष्पा ¨सह सहित कई वैज्ञानिक मौजूद रहे।संपादन : विनोद कुमार गिरि ::::
क्त्रद्गश्चश्रह्मह्लद्गह्म ष्ठद्गह्लड्डद्बद्यह्य : 9999