आर्थिक अपराध नियंत्रण और यातायात हो सुचारू
समस्तीपुर। रोसड़ा दैनिक जागरण के चुनावी चौपाल में स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के कई मुद्दे सामने आए।
समस्तीपुर। रोसड़ा, दैनिक जागरण के चुनावी चौपाल में स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के कई मुद्दे सामने आए। शिक्षाविद एवं कर्मचारियों व किसानों ने अपनी अपनी बातों को बेबाकी से रखी। घंटों चले कार्यक्रम के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ साथ कृषि, बेरोजगारी शिक्षा व स्वास्थ्य के अलावा आर्थिक अपराध और यातायात सुरक्षा पर भी लोगों ने अपनी राय जाहिर की। कई समस्याओं को आज तक चुनावी मुद्दा में शामिल नहीं होने पर आश्चर्य भी जताया। रोसड़ा के मिर्जापुर स्थित बीएड कॉलेज के सभागार में शनिवार को चौपाल प्रारंभ होते ही सर्वप्रथम उपस्थित लोगों ने मतदान का संकल्प लिया और एक स्वर से देश हित के राष्ट्रीय मुद्दों पर सभी पार्टियों को एकमत होने का आग्रह किया। मौके पर सुजय श्रीवास्तव, विपिन कुमार सिंह, बृजेश कुमार यादव, राघवेंद्र मिश्र, कमल देव महतो, अजीत कुमार, अखिलेश कुमार, मिथिलेश, सचिन, सुधीर, भूषण, अनिल, दिनेश, बसंत, लाल बाबू, मंटुन, चंदन एवं राम बाबू आदि ने भी अपने विचारों को रखा। Xह्नह्वश्रह्ल;स्वास्थ्य चिकित्सा क्षेत्र में अब तक विकास नहीं हो सका है। एम्स और पीजीआई की तर्ज पर पूर्ण व्यवस्थित अस्पताल की आवश्यकता है। आश्चर्य की बात है कि आज तक यह गंभीर समस्या चुनावी मुद्दा में शामिल नहीं हो सका। जबकि किसी भी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए बिहार वासियों को बिहार से बाहर ही जाना पड़ता है।
डॉ. सुजय श्रीवास्तव Xह्नह्वश्रह्ल; किसानों का देश कहे जाने वाले भारत में किसान की स्थिति आज भी दयनीय है। 21 वीं शताब्दी में भी हमारे किसान की माली हालत नहीं सुधर सकी है। बाढ़ और सुखाड़ की मार झेल रहे किसान को न तो उन्नत बीज मिल पाता है और ना ही खाद। पानी की गंभीर संकट से भी उन्हें रूबरू होना पड़ता है। राष्ट्रीय हित में किसान के विकास के लिए अधिक से अधिक प्रतिशत निर्धारित हो। प्रो विपीन कुमार सिंहXह्नह्वश्रह्ल;
Xह्नह्वश्रह्ल; लगातार बढ़ती बेरोजगारी की समस्या निश्चित रूप से चुनावी मुद्दा में शामिल होना चाहिए। सरकार द्वारा रिक्तियां तो निकाली जाती है लेकिन किसी न किसी पेच में फंसकर बहाली के कगार तक नहीं पहुंच पाती है। इसके कारण बेरोजगारी की समस्या जस की तस बनी हुई है। प्रोफेसर बृजेश कुमार यादव
Xह्नह्वश्रह्ल; आज देश के लिए सबसे अहम मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा का है। रक्षा क्षेत्र में लगातार वैज्ञानिक अनुसंधान की जरूरत है। रक्षा उपकरण की बंद पड़ी कंपनियों को निश्चित रूप से चालू करना चाहिए। आतंकवादियों के पास सैनिक से ज्यादा अत्याधुनिक हथियार होना और कई पड़ोसी देशों का बुरी नजर रहना देश हित में नहीं है।
डॉ राघवेंद्र मिश्र Xह्नह्वश्रह्ल;संसदीय क्षेत्र की सूची से गायब हुए रोसड़ा के नाम को पुन: उसमें जोड़ना यहां का एक अहम मुद्दा है। आज तक किसी माननीय ने भी इस मुद्दा को उठाना वाजिब नहीं समझा है।
अजीत कुमार
Xह्नह्वश्रह्ल; यातायात सुरक्षा और आर्थिक अपराध पर नियंत्रण भी चुनावी मुद्दा में शामिल होना चाहिए । जब तक यह नियंत्रण नहीं होगा तब तक भ्रष्टाचार का पर रोक लगाना संभव नहीं है। यातायात सुरक्षा के लिए वाहनों की गति नियंत्रण की व्यवस्था होनी चाहिए।
अखिलेश कुमार Xह्नह्वश्रह्ल; प्रत्याशी बनकर पहुंचना और जीतने के बाद फिर नजर नहीं नेताओं की फितरत बन गई है। पत्र के माध्यम से मेरा आग्रह है कि हमारा सांसद क्षेत्र से जुड़े रहे।
सचिन कुमार Xह्नह्वश्रह्ल; सरकार के स्तर पर भले ही जितनी योजनाएं बनती हो लेकिन धरातल तक योजनाएं नहीं पहुंच पाती है। जनप्रतिनिधि का यह भी एक दायित्व बनता है। क्षेत्र के किसानों की समृद्धि, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा की मजबूती भी है इस चुनाव का मुद्दा।
अशोक कुमारXह्नह्वश्रह्ल; Xह्नह्वश्रह्ल;आज भी गांव में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। सरकार द्वारा भले ही शौचालय पेयजल वह आवास की घोषणा की जाती हो लेकिन स्थानीय स्तर पर लाभ नहीं मिल पा रहा है। प्रतिनिधि द्वारा इस और प्रयास नहीं करना खेदपूर्ण है। और वर्तमान चुनाव में निश्चित रूप से हम ग्राम वासियों के लिए यह भी एक मुद्दा है।
कमल देव महतो